प्रदेश भर की 111 सड़कें बंद, कुमाऊं में जगह-जगह बारिश: बरसात राहत के साथ लाई आफत, लबालब सड़कें और घरों में घुसा पानी, जलभराव से बढ़ी दिक्कतें।

प्रदेश भर की 111 सड़कें बंद, कुमाऊं में जगह-जगह बारिश: बरसात राहत के साथ लाई आफत, लबालब सड़कें और घरों में घुसा पानी, जलभराव से बढ़ी दिक्कतें।

उत्तराखंड के कई हिस्सों में आज सुबह से ही बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र ने कुमाऊं के कुछ जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।प्रदेश भर की 111 सड़कें बंद, कुछ ही घंटे की बारिश में पानी-पानी हुआ दून, जलभराव से बढ़ी दिक्कतें –

देहरादून: उत्तराखंड में मानसून की बारिश लगातार जारी है. आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में 111 छोटी बड़ी सड़क बंद हैं. जिलेवार सड़कों की अगर बात करें तो रुद्रप्रयाग में 12, बागेश्वर में 25, देहरादून जिले में 13, पिथौरागढ़ जिले में 17, अल्मोड़ा में 6, चंपावत जिले में 3 , पौड़ी गढ़वाल में 5, चमोली में 25, टिहरी गढ़वाल में 8 सड़के बंद हैं।

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उत्तराखंड के कई हिस्सों में आज भी भारी से भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने कुमाऊं के कुछ जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में तेज गर्जन के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

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नैनीताल में बीती रात से मूसलाधार बारिश हुई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में नैनीताल जिले में औसतन 46.4 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जिसमें सबसे ज्यादा 111.0 मिलीमीटर बारिश हल्द्वानी में रिकॉर्ड की गई है, तो वही सबसे कम 14.5 एसएस बारिश बेतालघाट में रिकॉर्ड की गई है।

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वहीं, चोरगलिया-हल्द्वानी मार्ग पर स्थित शेर नाला और सूर्या नाला में अधिक बारिश होने के कारण जल स्तर बढ़ने से मोटर मार्ग बंद किया गया है। बता दें कि, यातायात को खेड़ा गौलापार से डायवर्ट कर वाया लालकुआं भेजा जा रहा है। नैनीताल पुलिस ने अपील की है कि सभी यात्री कृपया स्थिति सामान्य होने पर ही अपनी यात्रा करें अथवा अन्य मार्गों का उपयोग कर गंतव्य को प्रस्थान करें।

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इसके अलावा अल्मोड़ा में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में 34, रानीखेत में तीन, द्वाराहाट में 9.5, चौखुटिया में 17, सोमेश्वर में 34, ताकुला में 39 एमएम बारिश हुई। भारी बारिश के बार नगर रानीधारा, टैक्सी लिंक सड़क, माल रोड, लोअर माल रोड सहित विभिन्न हिस्सों में जलभराव होने से लोग परेशान रहे। चौखुटिया के चांदीखेत में नाला उफान पर आ गया।

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नाले का पानी मलबे के साथ मुख्य बाजार और घरों के पास बहने लगा इससे लोग दहशत में रहे। वहीं मलबा गिरने से काफलीखान-भनोली एसएच सहित छह सड़कें बंद हैं, इससे आठ हजार से अधिक की आबादी को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं, चंपावत में भारी बारिश के बाद बीएसएनएल की सेवा बाधित हो गई है। पिछले दो घंटे से अधिक समय से मोबाइल फोन में सिग्नल नहीं आने से लोग परेशान है।

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राजधानी देहरादून शहर की बा तकरें तो शहर में कुछ ही घंटे की बारिश से शहर की अधिकतर चौक चौराहे जल भराव के चलते अस्त व्यस्त हैं. देहरादून के चकराता रोड दर्शन लाल चौक सहित घंटाघर के आसपास के इलाके भी जल भराव की चपेट में हैं. देहरादून सहित प्रदेश के अन्य शहरों में भी जल भराव को लेकर विभागीय मंत्री से सवाल किया गया. उन्होंने कहा मानसून से पहले सभी अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की गई. उन्हें निर्देश दिए थे कि मानसून आने से पहले सभी नालियों को और जल निकासी को साफ कर लिया जाये. जिससे बारिश के दौरान कहीं पर भी जल भराव ना हो. उन्होंने कहा यदि कहीं पर भी किसी विभाग के द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो एक्शन भी लिया जाएगा।

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देहरादून शहर में वर्षा जल निकासी को लेकर के विनोद चमोली ने कहा शहर के हालात पहले से काफी बेहतर हैं। उन्होंने कहा पिछले कुछ सालों में देहरादून में वर्षा जल निकासी को लेकर के काफी कम हुआ है। अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कुछ सालों पहले देहरादून शहर के कई बड़े चौक कुछ घंटे की बारिश की वजह से जलमग्न हो जाते थे।जिसमें की आराघर, रिस्पना पुल, आईएसबीटी चौक, टर्नर रोड जैसे कई ऐसे इलाके इनमें खास थे। उन्होंने कहा टर्नर रोड पर तो एक बार लोगों को रेस्क्यू करने के लिए नाव लगानी पड़ी थी। उन्होंने कहा अब ऐसा नहीं है।

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uttarakhandlive24
Author: uttarakhandlive24

Harrish H Mehraa

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