धान तौल संबंधी समस्याओं के समाधान को लेकर तहसील सभागार में स्थानीय प्रशासन ,किसानों व राइस मिलर्स के साथ हुई बैठक।
खटीमा। धान तौल संबंधी समस्याओं के समाधान को लेकर तहसील सभागार में उप जिलाधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट, तहसीलदार हिमांशु जोशी, किसान आयोग उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, किसान नेता प्रकाश तिवारी, कृषि मंडी सचिव ललित पांडे व वरिष्ठ विपणन अधिकारी जगदीश कलौनी ने किसानों व राइस मिलर्स के साथ बैठक कर चर्चा की। बैठक में किसानों ने सरकारी क्रय केंद्र से पहले कच्चा आढ़त शुरू किए जाने की मांग की।
किसानों ने सरकार द्वारा निर्धारित दर पर तथा समय से किसानों के धान खरीदने की मांग की। राइस मिलरों ने बताया कि जब तक रिजेक्टेड फोर्टीफाइड चावल का भुगतान सरकार द्वारा नहीं किया जाता है तब तक कच्चा आढ़त नहीं शुरू किया जाएगा। एसडीएम बिष्ट ने बताया कि 3 अक्टूबर से सभी क्रय केंद्रों पर धान तौल की प्रक्रिया सुचारू रूप से शुरू कर दी जाएगी तथा राइस मिलर्स और सरकार के बीच वार्ता में समाधान होने पर 5 अक्टूबर के बाद कच्चा आढ़त भी प्रारंभ कर दिया जाएगा।
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उत्तराखंड किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह ने बताया कि किसानों राइस मिलर्स तथा प्रशासन के क्रय केंद्रों पर आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर एक बैठक की गई। उन्होंने बताया कि खटीमा क्षेत्र में लगभग 65 क्रय केंद्रों पर 3 अक्टूबर से धान तौल शुरू हो जाएगी। कच्चा आढ़त के व्यवस्था के बारे में उन्होंने बताया कि कुछ मिलर्स के चावल रिजेक्ट हुए थे, जिनकी समस्या समाधान होने के बाद कच्चा आढ़त भी शुरू कर दिया जाएगा।
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भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष गुरसेवक सिंह ने बताया कि 3 अक्टूबर से धान तौल शुरू किया जाना है लेकिन अभी तक क्रय केंद्रों और कच्चे आढ़त की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि किसानों का भारी शोषण हो रहा है। किसान धान तौल की समस्या को लेकर काफी परेशान हैं, औने-पौने दामों में किसान धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी क्रय केद्रों से पहले कच्चा आढ़त शुरू किया जाना था लेकिन अभी तक कच्चे आढ़त की व्यवस्था नहीं की गई है। धान के बढ़े हुए दाम भी किसानों को मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
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प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि 5 अक्टूबर के बाद कच्चा आढत भी शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि पांच अक्टूबर के बाद कच्चे आढ़त की व्यवस्था नहीं की गई तो किसान आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान जसविंदर सिंह पप्पू, हरप्रीत सिंह महल, अवतार सिंह, जनक सिंह, प्रकाश तिवारी, बल्देव सिंह, हीरा सिंह संधू, लखविंदर सिंह, मनमोहन सिंह सोहेल, हरगोविंद सिंह आदि मौजूद थे।
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Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa