चंपावत-पिथौरागढ़ पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई: नेपाल सीमा पर 10 करोड़ से अधिक कीमत की 5 किलो 688 ग्राम MDMA ड्रग्स की बरामद, बनबसा निवासी महिला तस्कर गिरफ्तार, पहली बार पकड़ी गई इतनी बड़ी खेप।
टनकपुर, 12 जुलाई 2025: ड्रग्स के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस का बड़ा ऑपरेशन सामने आया है। आईजी कुमायूं रेंज श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल के निर्देशन में चंपावत और पिथौरागढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 करोड़ 23 लाख 84 हजार रुपये की एमडीएमए (MDMA) ड्रग्स बरामद की है। इस कार्रवाई में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है।
नेपाल सीमा के पास चला ऑपरेशन, महिला गिरफ्तार
टनकपुर के पास नेपाल सीमा से सटे शारदा नहर (गढ़ीगोठ पुल, पम्पापुर) क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध महिला को बैग के साथ नहर की ओर भागते देखा। महिला को रोककर जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके बैग से दो पैकेट में कुल 5 किलो 688 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स बरामद की गई। गिरफ्तार महिला की पहचान ईशा पत्नी राहुल कुमार, निवासी ग्राम पम्पापुर, थाना बनबसा, चंपावत के रूप में हुई है।
कुशल नेतृत्व में की गई कार्रवाई
यह कार्रवाई वन्दना वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक टनकपुर, SOG प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवाण व थाना बनबसा के एसओ सुरेन्द्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में 14 सदस्यीय पुलिस टीम द्वारा सुबह करीब 5:45 बजे की गई। ड्रग्स की पुष्टि ड्रग डिटेक्शन किट से की गई, और महिला के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/21/22 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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पूछताछ में खुलासा
गिरफ्तार महिला ने पूछताछ में खुलासा किया कि यह एमडीएमए ड्रग्स उसके पति राहुल कुमार और उनके सहयोगी कुनाल कोहली द्वारा पिथौरागढ़ से 27 जून को लाकर दिए गए थे। वर्तमान में दोनों आरोपी मुम्बई के एक एनडीपीएस केस में वांछित हैं। महिला पुलिस की सक्रियता के चलते इस ड्रग्स को नहर में फेंकने जा रही थी।
बरामदगी का विवरण
पहला पैकेट: 3.424 किलो (भूरा ढेलेदार पदार्थ)
दूसरा पैकेट: 2.263 किलो (सफेद दानेदार पदार्थ)
कुल बरामदगी: 5.688 किलो एमडीएमए
अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य: ₹102,384,000 (लगभग 10.23 करोड़ रुपये)
ड्रग फ्री देवभूमि की ओर कदम
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग फ्री उत्तराखंड” अभियान के तहत यह बड़ी सफलता है। वर्ष 2024 में चंपावत पुलिस ने 4 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की स्मैक और चरस जब्त की थी, जबकि वर्ष 2025 में अब तक लगभग 11 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद हो चुकी हैं।
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बड़े शहरों और क्लब में किया जाता है इसका उपयोग
एमडीएमए को मौली, एमडी, म्याऊ-म्याउ, वाइट पाउडर, एम केट, एक्स्टसी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सिंथेटिक ड्रग है जो मेथाम्फेटामाइन जैसे उत्तेजक पदार्थ के समान है। इसका प्रभाव कोकीन की तरह होता है। इसका उपयोग बड़े शहरों में और क्लबों में किया जा रहा है। महंगे ड्रग्स के विकल्प के रूप में इसका प्रयोग नशे के लिए काफी किया जा रहा है। बड़े और मेट्रो पोलिटन शहरों में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। यह ड्रग पश्चिमी देशों में युवाओं के बीच लोकप्रिय है। भारत में क्लब कल्चर में इसका उपयोग बढ़ रहा है।
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ड्रग बनाने के लिए थल में मुर्गी फार्म में बनाई थी प्रयोगशाला
एसपी अजय गणपति ने बताया कि पिथौरागढ़ जिले के थल के पास चंडिकाघाट की सड़क के पास एक मुर्गी फार्म में गुप्त प्रयोगशाला में ड्रग्स बनाई जा रही थी। पिछले माह 13 और 17 जून को मुर्गियों के वाहन में ड्रग्स लेकर वे निकले। इसके बाद 22 और 23 जून को उन्हाेंने ड्रग्स का निर्माण किया। 26 जून को मुंबई और थल पुलिस ने संयुक्त रूप से छापा मारकर प्रयोगशाला को नष्ट किया था लेकिन शातिर पुलिस के आने से पहले ही ड्रग लेकर भाग निकले थे। आरोपी राहुल ने अपनी पत्नी को ड्रग नदी में फेंकने के लिए 27 जून को सौंप दी थी।
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महाराष्ट्र पुलिस की कार्रवाई बनी सुराग का जरिया
एसपी अजय गणपति ने बताया कि हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे पुलिस ने पिथौरागढ़ में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। इसके बाद आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल के निर्देश पर चंपावत, पिथौरागढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने सूचनाओं का आदान-प्रदान कर कार्रवाई की। मुंबई पुलिस ने 10 ग्राम एमडीएमए ड्रग के साथ एक आरोपी को पकड़ा था। पूछताछ में उसने पहाड़ से ड्रग्स की सप्लाई की बात बताई। इसके बाद मुंबई पुलिस थल पहुंची थी।
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पिथौरागढ़ से लाकर महिला को दी गई ड्रग्स
आरोपी ईशा ने बताया कि बैग में एमडीएमए उसके पति राहुल कुमार और उनके सहयोगी कुनाल कोहली ने 27 जून को पिथौरागढ़ से लाकर उसे दी थी। ठाणे मुंबई में पंजीकृत मुकदमे में कुनाल वांछित है। बताया कि पुलिस की सक्रियता को देखते हुए उसके पति राहुल के कहने पर वह 12 जुलाई को बरामद माल को शारदा नहर में फेंकने जा रही थी।
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कुनाल ने की है रसायन विज्ञान की पढ़ाई
एसपी अजय गणपति ने बताया कि आरोपी कुनाल कोहली ने रसायन विज्ञान की पढ़ाई की है। वह मुंबई में रहता है। दूसरे आरोपी राहुल की टनकपुर में मोबाइल की दुकान है। वह मुंबई जाता रहता था। अनुमान लगाया जा रहा है कि कुनाल कोहली को प्रतिबंधित केमिकल से ड्रग बनाने की पूरी जानकारी थी। उसने इसे बनाना कैसे सीखा यह पुलिस के लिए जांच का विषय है। कुछ समय पहले कम मात्रा में यूएस नगर में एमडीएमए ड्रग पकड़ी गई थी।
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IG कुमायूं ने पुलिस टीम को किया सम्मानित
प्रतिबंधित ड्रग्स पकड़ने पर आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल ने पुलिस टीम को 20,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया है। पुलिस टीम में सीओ टनकपुर वंदना वर्मा, एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवान, थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कोरंगा, उप निरीक्षक सोनू सिंह, हेड कांस्टेबल गणेश सिंह बिष्ट, संजय शर्मा, कांस्टेबल नासिर, उमेश राज, सूरज कुमार, कुलदीप सिंह, मदन सिंह, जगदीश कन्याल, राकेश्वरी राणा और पिथौरागढ़ एसओजी प्रभारी प्रकाश पांडे, कांस्टेबल एसओजी कमल शामिल रहे।
2024-25 में अब तक 11 करोड़ से अधिक की बरामदगी
वर्ष 2024 में चंपावत पुलिस ने 1.28 किलोग्राम स्मैक और 60.5 किग्रा चरस समेत चार करोड़ से अधिक की नशे की सामग्री बरामद की थी। वहीं, वर्ष 2025 में अब तक कुल 11 करोड़ से अधिक की ड्रग्स बरामद कर कई तस्करों को जेल भेजा है।
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पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जांच शुरू की
गिरोह मुंबई समेत अन्य महानगरों में ड्रग्स की आपूर्ति करता था और इनके नेपाल व नाइजीरिया नेटवर्क की भी जांच की जा रही है। जांच में पता चला है कि पिथौरागढ़ जिले के थल क्षेत्र में इन तस्करों ने ड्रग्स तैयार करने के लिए एक लैब बनाई थी जिसे पिथौरागढ़ पुलिस ने हाल ही में सील कर उपकरण जब्त किए हैं। –
अजय गणपति, एसपी चंपावत
पुलिस की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि आपके आसपास किसी गुप्त लैब, संदिग्ध व्यक्ति या रासायनिक गंध का अनुभव हो, तो तुरंत टोल फ्री नंबर 100/112 या निकटतम थाना/चौकी पर सूचना दें।
नशे के खिलाफ चंपावत पुलिस का जीरो टॉलरेंस जारी है।
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