यमुना में प्रदूषण
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दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने भाजपा विधायकों की ओर से विधानसभा में दूषित जल लाने और इसे यमुना का पानी होने का दावा करने के मुद्दे को गंभीर करार दिया। स्पीकर ने इस मामले को विशेषाधिकार समिति को भेज दिया है और एक माह के अंदर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया। सदन में गोयल ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की एक रिपोर्ट में विपक्ष के दावों को खारिज किया गया है। कहा गया है कि उनके द्वारा लाया गया पानी यमुना का नहीं है। विपक्ष के सदस्यों ने अनावश्यक सनसनी फैलाई और सदन को गुमराह किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में नियमों का उल्लंघन करके 18 जनवरी को पानी की बोतल लाने और प्रदर्शित करने वाले के आचरण के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाए। विशेषाधिकार समिति इस बारे में रिपोर्ट दें कि इस मामले में कौन-कौन शामिल थे और पानी कहां से लाया गया। वहीं, दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों द्वारा दी गई रिपोर्ट में देरी को लेकर भी एक माह के अंदर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। सत्र के दौरान भाजपा विधायक दिल्ली सरकार को पानी की आपूर्ति के मुद्दे पर घेरने के अपने प्रयास के तहत सदन में बोतल में दूषित पानी लेकर आए थे।
उन्होंने कहा था कि यह दूषित पानी यमुना का है। इस मामले में विधानसभा में यमुना के पानी को लेकर जमकर राजनीति भी हुई। इस मामले में विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि भाजपा विधायकों ने यमुना के गंदे पानी को ही विधानसभा में लेकर पहुंचे थे। स्वयं दिल्ली सरकार की ही रिपोर्ट है कि यमुना का पानी 200 फीसदी और ज्यादा गंदा हो गया है और यही आरोप भाजपा विधायकों ने भी लगाया था।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa