केदारनाथ उपचुनाव में प्रचार के अंतिम दिन बिना प्रोटोकॉल व सुरक्षा के गुप्तकाशी बाजार में व्यापारियों के बीच पहुंचे सीएम धामी ,आम आदमी की तरह सीएम धामी को अपने बीच देख व्यापारी हुए हैरान।
सीएम धामी ने गुप्तकाशी बाजार में खरीदी जैकेट, कालीमठ में मां महाकाली के दर्शन कर लौटते वक्त अचानक रास्ते में रोक दी फ्लीट।सीएम को अचानक अपने बीच देखकर चौंक गए व्यापारी।
गुप्तकाशी ( उत्तराखंड) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को केदारनाथ उप चुनाव को लेकर गुप्तकाशी पहुंचे थे।इस दौरान मुख्यमंत्री को दुकान में बड़ी सादगी के साथ खरीदारी करते देख हर कोई हैरान रह गया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पहाड़ के बाजार हमारे गांव और कस्बों की आर्थिकी की रीढ़ है। मुख्यमंत्री ने सिद्धपीठ श्री महाकाली मन्दिर, कालीमठ में सम्पूर्ण विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया। इस अवसर पर माँ महाकाली से समस्त प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि एवं राज्य की उन्नति के लिए प्रार्थना की।
सीएम धामी सोमवार को केदारनाथ उप चुनाव को लेकर गुप्तकाशी पहुंचे थे। यहां राजनीतिक कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री धामी कालीमठ मंदिर में दर्शन को गए। यहां से दर्शन कर लौटते वक्त अचानक मुख्यमंत्री ने गुप्तकाशी बाजार में अपनी फ्लीट रोकी और सीधे कपड़ों की दुकान में पहुंच गए। मुख्यमंत्री को आते देख दुकानदार अपने काउंटर से मुख्यमंत्री का स्वागत-सत्कार करने लगे।सीएम ने दुकानदार की कुशलक्षेम पूछी और एक जैकेट दिखाने को कहा। कुछ देर तक दुकानदार हैरान रह गया। लेकिन जब सीएम के स्टाफ भी पीछे से दुकान पहुंचे तो सीएम ने जैकेट देखनी शुरू कर दी।
इस दौरान दुकानदार ने मुख्यमंत्री से चाय पीने का अनुरोध किया तो मुख्यमंत्री ने सहज स्वीकार किया। बाद में मुख्यमंत्री धामी ने जैकेट खरीदकर दुकानदार को जैकेट के दाम चुकाए और धन्यवाद दिया। इस दौरान दुकानदार प्रदीप कुमार ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि 31 साल की दुकानदारी में इतने सरल, सौम्य और सादगी वाले नेता नहीं देखे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव प्रचार के विभिन्न कार्यक्रमों और जनसंवाद के बाद बिना किसी प्रोटोकॉल व सुरक्षा के अचानक गैरसैण पहुंच गए। गैरसैण का यह दौरा बिना किसी सरकारी कार्यक्रम या विधानसभा सत्र के, इस बात का प्रतीक है कि मुख्यमंत्री धामी प्रदेश के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों को लेकर न केवल सजग हैं, बल्कि उन्हें प्राथमिकता भी दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री के इस अप्रत्याशित आगमन की खबर जैसे ही गैरसैंण के अधिकारियों को मिली, वे हैरान रह गए। यह इसलिए भी खास है क्योंकि राज्य गठन के बाद से अब तक किसी मुख्यमंत्री ने इस तरह बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम या सूचना के गैरसैण का दौरा नहीं किया। लेकिन मुख्यमंत्री धामी का बार-बार गैरसैण आना उनके इस क्षेत्र के प्रति विशेष संवेदनशीलता और लगाव को दर्शाता है। यह उनके नेतृत्व की समर्पित सोच और जमीनी जुड़ाव को रेखांकित करता है।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa