केदारनाथ उपचुनाव में दिखा भारी उत्साह… 57.64 फीसदी हुआ मतदान, छह प्रत्याशियों का फैसला ईवीएम में हुआ कैद, 23 नवम्बर को केदारनाथ विस को मिलेगा अपना नया विधायक।
पोलिंग बूथों पर बुधवार को सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया था। सुबह कड़ाके की ठंड के चलते कई पोलिंग बूथों पर शुरुआती आधे घंंटे तक गिनती के वोट पड़े, पर दिन चढ़ने के बाद बूथों पर मतदाताओं में खूब उत्साह देखने को मिला।
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस सहित छह प्रत्याशियों के राजनीतिक जीवन का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है। निर्वाचन आयोग के अनुसार, 57.64 फीसदी मतदान हुआ है। अब 23 नवंबर को मतगणना होगी, जिसके बाद केदारनाथ विस को अपना नया विधायक मिल जाएगा।
पोलिंग बूथों पर बुधवार को सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया था। सुबह कड़ाके की ठंड के चलते कई पोलिंग बूथों पर शुरुआती आधे घंंटे तक गिनती के वोट पड़े, पर दिन चढ़ने के बाद बूथों पर मतदाताओं में खूब उत्साह देखने को मिला। दोपहर बाद से अधिकांश पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लंबी लाइन लगने लगी थी, जो देर शाम तक बनी रही।
विधानसभा में सतेराखाल, चोपता, खड़पतिया, घिमतोली सहित केदारघाटी के सारी, मनसूना, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, कालीमठ आदि पोलिंग बूथों पर मतदाताओं में मतदान को लेकर खूब उत्साह देखने को मिला। उधर, द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर की चल उत्सव विग्रह डोली के गौंडार गांव पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने मतदान किया। यहां कुल 216 मतदाता हैं।
केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रशासन व पुलिस ने सभी पुख्ता इंतजाम किए थे। यहां 173 पोलिंग बूथों में से 130 पर वेबकॉस्टिंग की व्यवस्था की गई। यह पहला मौका है, जब विस चुनाव में 75 फीसदी पोलिंग बूथों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया। विस में कुल 90875 मतदाता हैं, जिसमें 44919 पुरुष और 45956 महिला मतदाता पंजीकृत हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने पहले खेतीबाड़ी व पशुपालन से जुड़े काम निपटाए फिर मतदान के लिए पोलिंग बूथों पर पहुंची।
जिला निर्वाचन अधिकारी डा. सौरभ गहरवार ने बताया कि केदारनाथ विस उपचुनाव में मतदान शांतिपूर्ण रहा। कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने राजकीय प्राथमिक विद्यालय चमेली और जीआईसी अगस्त्यमुनि में सखी बूथ का निरीक्षण भी किया। पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने भी विस के कई मतदान केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण किया।
केदारनाथ उपचुनाव में ज्यादा वोट प्रतिशत से भाजपा उत्साहित तो कांग्रेस ने भी किया बड़ी जीत का दावा
केदारनाथ उपचुनाव में रिकॉर्ड मतदान से भाजपा उत्साहित है जबकि कांग्रेस इसे राज्य सरकार के विरोध में जनता का जनादेश बता रही है। पिछले दो विधानसभा चुनावों से ज्यादा मतदान इस बार हुआ है। भाजपा ने जीत का दावा किया है वहीं कांग्रेस भी जीत को लेकर आश्वस्त है। केदारनाथ सीट पर अब तक हुए विधानसभा चुनाव में तीन बार भाजपा विजयी रही जबकि दो बार कांग्रेस ने बाजी मारी।
केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बड़ी संख्या में मतदाता घरों से बाहर निकल कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अब तक हुए पिछले दो विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मत इस बार पड़े हैं।
वोट प्रतिशत बढ़ने से भाजपा में उत्साह है, और मत प्रतिशत को अपने पक्ष में बता रही है। वहीं कांग्रेस भी इसे राज्य सरकार के विरोध में जनता का मतदान बताकर अपनी जीत का दावा कर रही है।
केदारनाथ सीट पर अब तक हुए विधानसभा चुनाव में तीन बार भाजपा विजयी रही, जबकि दो बार कांग्रेस ने बाजी मारी। है पिछले चुनाव में भाजपा ने सात हजार से अधिक मतों से विजयी हुई वहीं कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही।
इस सीट पर इस बार के उप चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस में शुरू से ही सीधी टक्कर बताई जा रही थी। कांग्रेस प्रत्याशी मनाज रावत व बीजेपी की पूर्व विधायक आशा नौटियाल चुनावी मैदान में आमने-सामने है। निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह चौहान भी केदारघाटी से अच्छे मत लाने की संभावना जताई जा रही है। जिसका असर भाजपा व कांग्रेस दोनो दलों पर पड़ेगा।
2017 में केदारनाथ सीट से मनोज रावत मात्र नौ सौ वोट से विजयी रहे थे, जबकि 2022 के विधानसभा चुनावों मेंकांग्रेस तीसरे स्थान पर रहे।
भाजपा की आशा नौटियाल वर्ष 2002 और 2007 केदारनाथ सीट से विधायक रह चुकी है, 2012 में कांग्रेस की शैलारानी रावत विजयी रही, उन्होंने भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को लगभग डेढ़ हजार से अधिक मतों से हराया था, वर्ष 2022 में शैलारानी रावत भाजपा की ओर से प्रत्याशी थी और उन्होंने साढे 8 हजार से अधिक मतों से विजय हासिल की।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa