खटीमा ( उत्तराखंड)
बरसाती पानी की निकासी के लिए भूड़ महोलिया में खुद रहे नाले की मिट्टी प्रशासन की मिली भगत से बेची जा रही है।
इससे पूर्व भी धानी रिजॉर्ट के पीछे हो रहे नाले के खुदान को ग्रामीण के विरोध के चलते रोक दिया गया था।
कंजाबाग में एक प्लाट पर घर के सामने उतारी गई गीली नाले की कीचड़ युक्त मिट्टी उतारता ट्रैक्टर।
दूध डेरी के पास एक निजी प्लाट पर सरकारी नाले की मिट्टी उतारता ट्रैक्टर ट्राली
राजस्व विभाग बना बोना अनुमति से अधिक खोद डाला सरकारी तालाब*
इन दिनों ग्राम मुंडेली चांदा जाने वाले मार्ग पर राज्य सरकार की अमृत सरोवर योजना को चार चांद लगाने के उद्देश्य तालाब की मिट्टी खुदाई का कार्य चल रहा है।
वहीं तालाब की 3 फीट खुदाई के नाम पर खनन माफियाओं ने लगभग 15 फीट गहरे गड्ढे में तालाब को तब्दील कर दिया प्रशासन के सहयोग से लगातार खनन जारी है राजस्व विभाग खंड विकास कार्यालय अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं स्थानीय ग्रामीणों को जितनी गहराई से खनन करने के कारण अपनी भूमि के भू कटाव का खतरा सता रहा है ग्रामीणों की शिकायत पर भी स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई सुध नहीं ली अधिकारियों की जानकारी के अनुसार छोटे तालाब की गहराई होनी है।
जिसमें तालाब की गहराई में पूर्व में 3 फीट हो रखी है और सफाई का कार्य होना तय हुआ जिसमें लगभग 3 फीट की सफाई अब और होनी है परंतु खनन माफियाओं ने अभी तक लगभग 12 से 15 फीट के गड्ढे में ताला को तब्दील कर दिया हल्का पटवारी अनिल कुमार ने बताया कि खनन माफियाओं मना करने के बाद भी लगातार खनन कर रहे हैं जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa