पहाड़ बनाम मैदानवाद पर मुख्यमंत्री धामी ने दिखाए सख्त तेवर, मंच से ही दे डाली नसीहत, उत्तराखंड में एकता, अखंडता, सामाजिक समरता पर नहीं आ सकती कोई आंच-सीएम धामी।
हरिद्वार में क्षेत्रवाद विवाद पर सीएम धामी ने कई बातें कही. उन्होंने कहा- उत्तराखंड में एकता, अखंडता, सामाजिक समरता पर नहीं आ सकती कोई आंच।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को हरिद्वार में महाराजा अग्रसेेन अग्रवाल आश्रम ट्रस्ट के 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में प्रतिभाग कर महाराजा अग्रसेेन अग्रवाल आश्रम ट्रस्ट के नव निर्मित भवन का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेवा एवं समर्पण के प्रतीक महाराजा अग्रसेन को नमन करते हुए सभी को महाराजा अग्रसेन अग्रवाल आश्रम ट्रस्ट के 50 वर्ष की गौरवपूर्ण यात्रा पूरी करने पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा अग्रवाल आश्रम ट्रस्ट द्वारा पिछले 50 वर्षों से समाज सेवा, धार्मिक जागरण, सांस्कृतिक संरक्षण, मानव कल्याण से जुड़े कार्यों को समर्पित भाव से किया जा रहा है। उन्होंने कहा जिस भवन का आज लोकार्पण हुआ उसके भव्य घाट आध्यात्मिक साधना का प्रमुख केंद्र बनेंगे एवं सामाजिक एकता को दर्शाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की एकता, अखंडता और सामाजिक समरसता पर किसी भी प्रकार की कोई आँच नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने ने कहा ‘उत्तराखंड एक है और यहां विघटन वाली सोच का कोई स्थान नहीं है.’ यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में कही. साथ ही पहाड़-मैदान विवाद पैदा करने वाले लोगों को हिदायत भी दी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ऋषिकेश हरिद्वार कॉरिडोर योजना का काम भी शुरू कर दिया है, लेकिन इसमें संवाद किया जाएगा. लोगों से बात की जाएगी. जहां लोग सहमत होंगे, उसके आधार पर विकास को आगे बढ़ाया जाएगा.
दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार में महाराजा अग्रसेन अग्रवाल आश्रम ट्रस्ट के 50वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ट्रस्ट की ओर से शिक्षा, सेवा और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में तमाम कार्य किए जा रहे हैं, जो काफी सराहनीय है. इसके अलावा क्षेत्रवाद विवाद पर भी बयान दिया।
“पिछले कुछ समय में कुछ लोगों ने प्रदेश में एक दूसरे बांटने का काम किया है. मैं उनसे यह कहना चाहता हूं कि हम सब उत्तराखंड के लोग एक हैं. एक उत्तराखंड है. यहां इस प्रकार की मानसिकता का कहीं कोई स्थान नहीं है.” – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
“पिछले दिनों कुछ विघटनकारी तत्वों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते क्षेत्रवाद और जातिवाद के नाम पर बांटने का नाम प्रयास किया. इसलिए मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम सबके रहते हुए उत्तराखंड में एकता, अखंडता और सामाजिक समरता पर कोई आंच नहीं आ सकती है. चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़ेगा, हम उसके लिए पीछे नहीं हटेंगे.” – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
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सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि आगामी 2027 में कुंभ प्रस्तावित है. उसकी तैयारी शुरू कर दी है. साल दर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है. कांवड़ के साथ चारधाम यात्रा पर आने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. उत्तराखंड की जनसंख्या से तुलना करें तो उसके 7-8 गुना ज्यादा लोगों के लिए सालाना व्यवस्था करनी पड़ती है. इस तरह से 8-10 करोड़ लोग पूरे साल उत्तराखंड आते हैं।
फ्लोटिंग पॉपुलेशन के लिए अलग से करनी पड़ती है व्यवस्था: सीएम धामी ने कहा कि नीति आयोग के सामने भी इस बात को रखा जा चुका है कि जनसंख्या के मानक के आधार पर सुविधा देने की बजाय, जो भी अनुदान देना है, उसे देश के कोने-कोने से आने वाली लोगों की संख्या (फ्लोटिंग पॉपुलेशन) के आधार दिया जाए. क्योंकि, उनके लिए तमाम संसाधन यहां पर व्यवस्थित करने पड़ते हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग की वर्ष 2023–24 की एसडीजी रिपोर्ट में उत्तराखंड को देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। हमारा राज्य युवाओं को रोजगार देने में भी अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। हमने एक वर्ष में बेरोजारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा हमने राज्य हित में कई ऐतिहासिक निर्णय भी लिए हैं। राज्य ने देश में सबसे पहले ‘समान नागरिक संहिता को लागू करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। प्रदेश में देश का सबसे प्रभावी नकल विरोधी कानून लागू किया है, जिसके परिणाम स्वरुप उत्तराखंड में पिछले 3 वर्ष में लगभग 22 हजार से अधिक युवाओं ने सरकारी नौकरियां पाने में सफलता प्राप्त की है तथा भर्तियां भ्रष्टाचार एवं विवादों से परे रहीं हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के प्रति भी पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध है और इसी संकल्प के साथ प्रदेश में विभिन्न घृणित मानसिकताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में एक सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून भी लागू किया है। उन्होंने कहा उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है जहाँ पर राज्य की कुल जनसंख्या से लगभग 10 गुना लोग राज्य में घूमने के लिए आते हैं, इसलिए आने वाले व्यक्तियों की संख्या के आधार पर ही विभिन्न अवस्थापना एवं विकास सुविधाओं हेतु नीति आयोग में प्रमुखता से बात रखी गई है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हरिद्वार के विकास के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही है। हरिद्वार– ऋषिकेश कॉरिडोर के लिए संवाद के आधार पर विकास को आगे बढ़ाया जा रहा है। आगामी 50-60 वर्षों की आवश्यकताओं का आंकलन कर एक मास्टर प्लान के तहत समग्र विकास सुनिश्चित करने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को साकार करने हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही है।
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इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधायक मदन कौशिक ने भी सभी को बैशाखी पर्व की बधाई देते हुए अपने–अपने विचार रखें।
इस दौरान सासंद सोनीपत सतपाल ब्रह्मचारी , महापौर किरण जैसल, महाराजा अग्रसेन आश्रम ट्रस्ट के प्रधान गणपत लाल गोयल, महामंत्री दिवान चंद गुप्ता, कुलपति महाराजा अग्रसेन यूनिवर्सिटी डॉ नन्द किशोर गर्ग, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, विधायक आदेश चौहान, जिलाधिकारी कर्मेंन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
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Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa