खटीमा-राणा थारू परिषद द्वारा आयोजित होली महोत्सव में सीएम धामी ने किया प्रतिभाग ,रिंकू राणा के गीत पर नेपाल, यूपी और स्थानीय होल्यारों के साथ थिरके मुख्यमंत्री धामी।
खटीमा के राणा थारू विकास भवन में बुधवार को आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने किया प्रतिभाग।
उत्तराखंड के पहले राणा लोकगायक रिंकू राणा के होली गीत होल्यारों के साथ थिरके मुख्यमंत्री धामी
होली महोत्सव में सीएम होल्यारों संग थिरके। नेपाल, यूपी और स्थानीय होल्यारों की टीम ने रंग जमाया।
खटीमा ( उधम सिंह नगर ) बुधवार को थारू विकास भवन के प्रांगण में आयाजित होली महोत्सव की शुरुआत मुख्यमंत्री धामी व अजय भट्ट ने महाराणा प्रताप की मूर्ति का माल्यार्पण किया। इसके उपरांत वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन से की गई। इस दौरान सीएम ने लोगों को होली की शुभकामनाएं दीं।थारू समाज की पहली गायिका रिकू राणा के होली गीतों पर सीएम धामी खूब झूमे। होली महोत्सव में विभिन्न क्षेत्र से कलाकर अपनी-अपनी टीम के साथ पहुंचे थे। सीएम के साथ भी लोगों खूब नृत्य किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राणा थारू परिषद द्वारा आयोजित होली महोत्सव 2024 एवं महाराणा प्रताप मूर्ति दर्शन कार्यक्रम में शामिल हुए। सीएम का भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम स्थल पर सीएम और परिषद के अध्यक्ष दान सिंह राणा, सदस्य रविंद्र सिंह राणा, लीलावती राणा, प्रेम सिंह ह राणा, अजय भट्ट ने महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लोग देश के शौर्य के प्रतीक महाराणा प्रताप के गुनहगारों को खोजकर दंडित करें। धामी यहां राणा थारू विकास भवन में राणा थारू परिषद द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर परिषद के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का होली का रंग लगाकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने जनजाति समाज के लोगों के साथ होली के गीतों पर नृत्य भी किया।
समारोह में धामी ने कहा कि महाराणा प्रताप भारतीय शौर्य व स्वाभिमान के प्रतीक हैं। उन्होंने घास की रोटी खानी स्वीकार की, लेकिन आततायियों के सम्मुख समर्पण नहीं किया। आजादी के बाद भारतीय समाज के ऐसे इतिहास पुरुष के इतिहास पुरुष के बारे में जानबूझकर नहीं पढ़ाया गया। लोग इस साजिश को समझें और महाराणा प्रताप के इन गुनहगारों को खोजकर दंडित करें। उपस्थित लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक वर्ष जनजाति महोत्सव बनाने की घोषणा की है। थारू जनजाति का इतिहास आगे बढ़ना चाहिए। खुशियों के त्योहार होली में हमने विकसित भारत का संकल्प लेना है। जनजाति गौरव दिवस के शुरू होने से विकसित भारत का संकल्प शुरू हुआ। देश एवं राज्य के साथ ही जनजाति समाज निरंतर आगे बढ़ रहा है। जनजाति समाज के लिए कई कार्य किए जा रहे हैं। देशभर में एकलव्य विद्यालय बन रहे हैं। खटीमा में भी एकलव्य विद्यालय खोला गया है। एकलव्य विद्यालयों के लिए अगल से बजट का प्रावधान किया जा रहा है। समाज के ऐसे महान लोग जिन्हें कोई नहीं जानता, उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।
आज देश की महामहिम राष्ट्रपति आदिवासी समाज से द्रौपदी मुर्मू हैं। हमारा जनजाति समाज आगे बढ़े इसके लिए छात्रवृत्ति, प्रतिभा सम्मान की व्यवस्था एवं कई अन्य योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड हिंदुस्तान का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने। इसमें जनजाति समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है। जनजाति समाज विकास की यात्रा का सहभागी है। केंद्र एवं राज्य सरकार जनजाति समाज को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है। जनजाति समाज हमारी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा जनजाति समाज के लोग जब आगे बढ़ते हैं तो उन्हें बेहद खुशी होती है।
मोमेंटो नहीं उठा पाए अतिथि, आयोजक
खटीमा। होली महोत्सव में आए लोगों को राणा थारू परिषद द्वारा मोमेंटो दिए जाने थे, जिसमें महाराणा प्रताप की मूर्ति दी जानी थी। ये मूर्तियां इतनी भारी थीं कि जिसे उठाने में चार लोगों की जरूरत पड़ रही थी। इस पर सीएम ने कहा कि जितने भारी भरकम कद-काठी और हथियारों से लैस होकर महाराणा चलते थे, उसी के अनुसार परिसद ने मोमेंटों भी रखे हैं।
इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, विधायक गोपाल सिंह राणा, राणा थारू परिषद अध्यक्ष दान सिंह राणा, अनुसूचित जनजाति आयोग की अध्यक्ष लीलावती राणा, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, दान सिंह रावत, रमेश चंद जोशी ,रविंद्र राणा, पूनम राणा, गोपाल चांदा, दिनेश राणा, मिथलेश राणा, बंटी राणा, नंदन सिंह खड़ायत, नवीन बोरा, हिमांशु विष्ट, रेनू भंडारी, विमला बिष्ट, अंजू देवी, रंजीत नामधारी, दीपक तिवारी, आदि मौजूद रहे।
वहीं सीएम कार्यक्रम समाप्त होने के बाद राणा थारू परिषद अध्यक्ष दान सिंह राणा के घर पर पहुंचे। यहां उन्होंने झोली भात खाया।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa