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खटीमा सीमांत में नशेड़ियों को खुलेआम हो रही प्रतिबंधित दवाईयों की बिक्री, ड्रग्स विभाग है मौन, तो आख़िर जिम्मेदार कौन ? ????????    देखिए वीडियो

खटीमा सीमांत में नशेड़ियों को खुलेआम हो रही प्रतिबंधित दवाईयों की बिक्री, ड्रग्स विभाग है मौन, तो आख़िर जिम्मेदार कौन ?  ????????    देखिए वीडियो


खटीमा ( उत्तराखंड) यू तो किसी परिचय का मोहताज नही खटीमा पर आजकल उड़ता पंजाब कहा जाने लगा हूँ। कमोबेश हालात तो कुछ यूं ही बयां करते है। इस सीमांत क्षेत्र खटीमा का जहां हर गली नुक्कड पर नशा और नशे के सौदागर मिल जाते है।

आजकल शहर के कई मेडिकल स्टोर में इन दिनों प्रतिबंधित दवाइयां और इंजेक्शन धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं। लेकिन इस ओर ड्रग्स विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिसके चलते इसकी बिक्री काफी बढ़ रही है। युवा टीन ऐजर नशे की आगोश में इस कदर जकड़ चुकें हैं।इसका जीता जागता उदाहरण गांव गांव में शहर के किसी भी कोने में देखा जा सकता है ।

शहर में प्रतिबंधित दवाइयां और नशे के इंजेक्शन धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं, ड्रग्स विभाग की चुप्पी बहुत सवालों के जवाब खुद ही देती है। प्रशासन और पुलिस की भी नजर इस ओर नही है। ड्रग्स विभाग की भूमिका सन्देहास्पद है क्योंकि कार्रवाई से बचते हुए नजर आ रहे हैं।

पिछले लम्बे समय से नशेड़ीयों की सबसे मुफीद जगहों में से एक है खण्ड विकास कार्यालय खटीमा का परिसर जहा नशेड़ी बे रोक टोक कभी भी किसी भी समय देखे जा सकते है।नशेड़ियों को शायद थोड़ा भी भय नही है जिसके चलते ये बेखौफ होकर नशा करते पाये जा सकते हैं।

सूत्रों की माने तो यह प्रतिबंधित इंजेक्शन जिजकी कीमत महज 15 रुपया है लेकिन नशेड़ियों को यह इंजेक्शन ब्लैक में 100 से 120 में बेचा जाता है इसमें 10 डोज होती है स्मैक का नशा महंगा होने के चलते आजकल इस इंजेक्शन की मांग काफी बढ़ चुकी है।

uttarakhandlive24
Author: uttarakhandlive24

Harrish H Mehraa

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