जनता को आपदाओं से छुटकारा दिलवाने वाला खटीमा फायर स्टेशन है आपदा ग्रस्त,अग्निकांडों के प्रति विभाग गंभीर नही कैसे बुझेगी आग।
खटीमा। भीषण गर्मी की आशंका के बीच आगजनी की घटनाएं होने पर फायर विभाग के पास उपकरणों के साथ ही संसाधनों का अभाव मुसीबत खड़ी कर सकता है। फायर स्टेशन के पास 22 फायर के स्थान पर एक मात्र फायर हाईड्रेंट ही पानी उपलब्ध कराता है। सीजन की गर्मी करीब है। फायर स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत एक मात्र फायर हाइड्रेंट कार्यशील है। जबकि उत्तरप्रदेश, नेपाल सहित चंपावत जनपद के इस बड़े भू-भाग पर बसे 64 ग्राम सभाओं की संभावित आगजनी की घटनाओं पर अंकुश पाना मुश्किल कार्य है।
फायर स्टेशन खटीमा क्षेत्र के अंतर्गत सोलह फायर हाइड्रेंट प्रस्तावित हैं। इसके अतिरिक्त नगर में कोतवाली परिसर, संजय पार्क, हनुमान मंदिर के पास कंजाबाग तथा रोडवेज बस स्टेशन के समीप फायर हाइड्रेंट एनएच की जद में होने से दबकर अकार्यशील पड़े हैं।
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नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में होने वाली आगजनी की घटना पर नियंत्रण पाने के लिए आसानी से पानी नहीं मिल सकता है। कार्य शील फायर हाइड्रेंट उत्तराखंड जल संस्थान केंपस पर है। सितारगंज, टनकपुर, मेलाघाट, पीलीभीत, कंजाबाग रोड जाम की स्थिति में रहते हैं। जाम की स्थिति में नगर के मध्य स्थित फायर हाइड्रेंट से पानी लेना संभव नहीं है।
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खटीमा। आगजनी की घटना पर नियंत्रण पाने के लिए अग्निशमन दल ईस्टर व पॉलीप्लेक्स फैक्ट्री तथा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के निजी फायर हाइड्रेंटों से जिलापूर्ति कर आग पर काबू पाने का प्रयास करता है।
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खटीमा। आगजनी संबंधी किसी भी अप्रिय वारदात नियंत्रण पाने के लिए फायर स्टेशन के पास पर्याप्त संसाधन हैं। इस बार फायर वाल भी उपलब्ध है। पूर्व में 36 के बजाय वर्तमान में 42 कर्मचारी तैनात है। फायरमैन हेम जोशी ने बताया की आग पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार द्वारा आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए हैं। दो बड़ी गाड़ियों में एक नीलाम होने के बाद अब फायर स्टेशन खटीमा में एक गाड़ी से काम चलाया जा रहा है।
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– फायर स्टेशन खटीमा की और से मौजूदा जरूरत के अनुरूप 16 फायर हाईड्रेंट प्रस्तावित शासन को भेजे गए हैं। इनमें नवीन मंडी स्थल, ब्लॉक परिसर, मुख्य बाजार पुलिस चौकी, गैस एजेंसी के समीप, आवास विकास कॉलोनी, नूरी मस्जिद गौटिया, गौटिया मोहल्ले के बीच, वन विभाग लकड़ी मंडी, प्राइवेट बस स्टेशन, डिग्री कॉलेज कैंपस, सीमा शुल्क कार्यालय, टेलीफोन एक्सचेंज कैंपस, नए तहसील परिसर, दूध डेयरी कंजाबाग रोड, अमाऊंं चौराहा टनकपुर रोड, रेलवे स्टेशन कैंपस सम्मिलित हैं।
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खटीमा। विभागीय आंकड़ों की माने तो पिछले सात वर्षों में सर्वाधिक 112 अग्निकांड वर्ष 2019 में हुए। वर्ष 2021 में 104, वर्ष 2018 में 101 तथा वर्ष 2017 तथा 2022 में 90-90 आगजनी की घटनाएं हुई। वर्ष 2020 में 62 तथा 2023 में 57 अग्निकांड हुए हैं। सात वर्षों में 23 पशु तथा तीन मनुष्य जलकर मरे हैं।
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खटीमा। तराई बीज विकास निगम के मैदान में 0.25 हेक्टेयर भूमि पर फायर स्टेशन निर्माण की डीपीआर उच्चाधिकारी के माध्यम से शासन को भेजी जा चुकी है। फिलहाल फायर स्टेशन निर्माण के लिए 2.59 करोड रुपये का बजट मिल चुका है। वर्तमान जरूरत के अनुरूप बजट व जगह कम बताई जा रही है। वर्तमान में 14 महिला कर्मचारियों सहित 42 कर्मचारी तैनात है। लेकिन फायर स्टेशन कार्यालय, कर्मचारी बैरेक न होने से सुरक्षा के लिए भी जूझना पड़ रहा है।
– सुभाष चन्द्र जोशी प्रभारी अग्निशमन अधिकारी खटीमा।
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खटीमा। खटीमा में जरूरत के अनुरूप फायर स्टेशन निर्माण संबंधित मामला विभागाधिकारियों के संज्ञान में है। फायर स्टेशन, कर्मचारी बैरेक, आवास, कार्यालय आदि के लिए पर्याप्त बजट एवं स्थान के लिए उच्चाधिकारी शासन स्तर पर समाधान कराएंगे।
इशान कटारिया, मुख्य अग्निशमन अधिकारी रुद्रपुर उधम सिंह नगर।
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Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa