देवभूमि शिक्षा उत्कृष्टता सम्मान समारोह- 2023 में शिक्षा के क्षेत्र में तीन दशकों से विज्ञान की अलख जगाने वाली सीमन्त खटीमा की शिक्षाविद अंजू भट्ट हुई सम्मानित।
हल्द्वानी ( नैनीताल) अमर उजाला और एम आई ई ई टी कुमाँऊ ग्रुप ऑफ कॉलेज के संयुक्त प्रयास से आयोजित देवभूमि शिक्षा उत्कृष्टता सम्मान समारोह 2023 में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर शिक्षाविद अंजू भट्ट को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में सम्मानित किया।
सीमान्त खटीमा क्षेत्र में बीते तीन दशकों से विज्ञान शिक्षिका के रूप में शिक्षा की अलख जगाने वाली शिक्षाविद अंजू भट्ट को एसीआईसी देवभूमि फाउंडेशन व अमर उजाला के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्मान समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी की उपस्थिति में देवभूमि शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार- 2023 से सम्मानित किया गया है।
शिक्षाविद अंजू को स्कूल शिक्षा में स्कूल लीडरशिप व गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए माहौल तैयार करने के साथ विज्ञान शिक्षक के रूप में बेहतरीन कार्य हेतु देवभूमि शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार 2023 से अमर उजाला व एसीआईसी देवभूमि फाउंडेशन द्वारा इस शैक्षिक सम्मान से नवाजा गया है।पूर्व भी शिक्षाविद अंजू विभिन्न शैक्षिक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
सीमन्त क्षेत्र खटीमा में विज्ञान के प्रचार प्रसार हेतु बेहतरीन कार्य करने वाली शिक्षाविद अंजू भट्ट को इससे पूर्व स्पेक्स देहरादून द्वारा विज्ञान संचार हेतु उत्प्रेरक सम्मान 2021 से नवाजा गया है। डायमंड ऑफ यू एस नगर अवॉर्ड 2018 ,प्रोजेक्ट बियोंड एजुकेशन संस्था मुंबई द्वारा वर्ष 2019 में समानित किया गया। निशांत अरोग्य कल्याण सेवा समिति द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
शिक्षा विद अंजू भट्ट वर्तमान में यूकोस्ट द्वारा देहरादून में भी शिक्षाविद अंजू भट्ट शैक्षिक सम्मान से सम्मानित हो चुकी है।इंस्पायर अवार्ड के मानक हेतु उनके मार्ग दर्शन में हर वर्ष पांच बच्चो को इस विज्ञान पुरस्कार हेतु चयन होता आया है। शिक्षाविद अंजू भट्ट के मार्गदर्शन में अभी तक कई बच्चे विज्ञान के क्षेत्र में कई राज्य स्तरीय राष्ट्रीय विज्ञान आयोजन हेतु चयनित हो चुके है।
सम्मान समारोह में सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा गुरुपर्व और कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर शिक्षकों को सम्मानित करने का मौका मिला शिक्षक देश और समाज को बेहतर बनाने का काम करते है ।उत्कृष्टता प्रतिभा और सम्मान एक दूसरे से जुड़ें है सम्मानित होने वाले शिक्षकों के आगे अब ये चुनौती है कि शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए जो काम वे करते आ रहे है उसे निरंतरता और प्रखरता से करना है। मुख्यमंत्री धामी ने शिक्षकों से कहा कि आपका मुकाबला अब किसी और से नही बल्कि स्वंम से है अपनी उत्कृष्टता को बनाएं रखने की जिम्मेदारी है।और कहा कि इस प्रकार के आयोजन से भावी पीढ़ी के अंदर शोध और दूरदर्शिता का विकास होता है।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa