छात्रसंघ चुनाव :-प्रदेश के छात्रसंघ चुनाव में विद्यार्थी परिषद ने फिर परचम लहराया,ए वी बी पी के 57 और एन एस यू आई के 32 प्रत्याशियों ने अध्यक्ष पद पर करायी जीत दर्ज।
• प्रदेश के 113 कॉलेज में से 57 में अभाविप के अध्यक्ष
.30 पदों पर एनएसयूआई को मिली जीत
• आर्यन ने सात कॉलेजों में अध्यक्ष पद जीते
• 19 पदों पर निर्दलीय व अन्य संगठन बने विजेता
त्तराखंड के 113 कालेज में हुए छात्रसंघ चुनाव में अभाविप ने अध्यक्ष के 57 व महासचिव के 46 पदों पर जीत दर्ज।
देहरादून। प्रदेश के 120 महाविद्यालयों में से 113 में मंगलवार को हुए छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का वर्चस्व रहा। अभाविप ने अध्यक्ष के 57 व महासचिव के 46 पदों पर जीत दर्ज की। हालांकि प्रदेश के सबसे बड़े डीएवी कॉलेज समेत कुछ अन्य में उसका गढ़ ढहा है।
मुख्य प्रतिद्वंद्वी नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने अध्यक्ष पद पर 30 व महासचिव के 37 पदों पर विजय प्राप्त की। 19 कॉलेजों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने अध्यक्ष पद कब्जाया। वहीं महासचिव पद पर 21 निर्दलीय विजेता रहे।
आर्यन ने अध्यक्ष के सात और महासचिव के आठ पद पर विजय प्राप्त की। पिछले वर्ष भी अभाविप ने प्रदेशभर में सबसे अधिक अध्यक्ष एवं महासचिव पदों में कब्जा जमाकर अपनी श्रेष्ठता साबित की थी। देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज में अभाविप के 14 वर्ष पुराने किले को ध्वस्त कर आर्यन ने अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया।
कुमाऊं में छात्रसंघ चुनावों में अभाविप आगे रही। छह जिलों में 56 कैंपस व महाविद्यालयों में अध्यक्ष पद पर 22 में अभाविप प्रत्याशी जीते तो 14 में एनएसयूआई ने बाजी मारी।
निर्दलीय प्रत्याशियों का भी रहा वर्चस्व
आठ कॉलेजों में निर्दलीय प्रत्याशी अध्यक्ष बने हैं। कुमाऊं के सर्वाधिक छात्र संख्या वाले एमबीपीजी कॉलेज में अभाविप के सूरज रमोला ने निर्दल संजय जोशी को 17 वोटों के अंतर से हराया।
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राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों में सुबह नौ बजे से मतदान शुरू हुआ। देहरादून के डीएवी पीजी कालेज में किसी बात को लेकर छात्रों के बीच टकराव हो गया। इस पर पुलिस को लाठी फटकारनी पड़ी। टिहरी जिले के बाल गंगा महाविद्यालय सेंदुल में महाविद्यालय में प्रत्याशियों की 75 प्रतिशत उपस्थिति न होने की वजह से सभी 17 प्रत्याशियों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इस पर छात्रों ने हंगामा किया। पुरोला में अध्यक्ष पद प्रत्याशियों को बराबर मत मिलने पर दोनों प्रत्याशियों का छह-छह माह का कार्यकाल रहेगा।
छात्र संगठन आर्यन ने डीएवी पीजी कालेज देहरादून में अध्यक्ष, कोटद्वार में सचिव, ऋषिकेश में सचिव, उत्तरकाशी में अध्यक्ष, डीबीएस कालेज में अध्यक्ष व सचिव, पोखरी चमोली में सचिव पद पर जीत दर्ज की है।
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कुमाऊँ के पहाड़ से लेकर भाबर तक एबीवीपी का बजा डंका
पहाड़ से लेकर भाबर तक एबीवीपी की जीत का डंका बजा है। कुमाऊं विवि के डीएसबी कैंपस, गौलापार डिग्री काॅलेज, एमबीपीजी, महिला डिग्री कालेज, एलबीएस हल्दूचौड़ और राजकीय महाविद्यालय दोषापानी में अध्यक्ष एबीवीपी का बना है।
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इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय में अबतक हुए चुनावों में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने छह चुनाव में जीत दर्ज की है। वहीं एनएसयूआई दो चुनावों में ही जीत दर्ज कर सकी है। महाविद्यालय की स्थापना 1996 में हुई जबकि छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान 2013-14 से शुरू हुए। शिवानी मेहता को एबीवीपी के बैनर तले पहली निर्वाचित अध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त है। 2014-15 में एबीवीपी से पूजा बुधानी अध्यक्ष रहीं। 2015-16 में एनएसयूआई से मनीषा जोशी, 2016-17 में भी एनएसयूआई से मंजू नेगी महिला अध्यक्ष निर्वाचित हुई। 2017-18 में एबीवीपी से शिप्रा बसेड़ा, 2018-19 में एबीवीपी से दीपिका जोशी विजयी रहीं। 2022-23 में एबीवीपी से शिवानी कार्की और 2023-24 में प्रीति स्यूनरी ने जीत दर्ज की है।
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Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa