थारू जनजाति समुदाय अनाथ भाई और बहन को पटपुरा 6 किसानों के घरों से टास्क फोर्स टीम ने बाल श्रम से मुक्त कराया।–बेहद अमानवीय कृत्य –वीडियो ????????
खटीमा। जिला बाल कल्याण समिति ने ग्राम सभा सैजना के पटपुरा से छह किसानों के घरों में काम करने वाले दो नाबालिग अनाथ भाई-बहन को मुक्त कराया है। जिला टास्क फोर्स टीम प्रभारी पुष्पा पानू ने बताया कि 12वर्षीय भाई और 10 वर्षीय बहन ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु हो चुकी है।
तब से दोनों भाई बहन पटपुरा खटीमा जिला उधम सिंह नगर
हरपाल सिंह के यहां रहते थे और हरपाल सिंह, रविदीप सिंह, जसवीर सिंह, सुरजीत सिंह, हरदेव सिंह और सर्दूल सिंह के पशुओं का गोबर उठाने, चारा, घर की साफ-सफाई
आदि काम करते थे। टास्क फोर्स टीम को यह भी बताया गया कि 100 रुपये प्रति जानवर प्रति दिन देना तय था। बाल श्रम कर रहे बच्चों के पास अभी तक कोई रुपये नहीं थे।
बच्चों को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया गया है। टीम में श्रम प्रवर्तन अधिकारी, चाइल्ड लाइन सदस्य दुर्गा गौला, इमरान अंसारी, एसएसआई अशोक कुमार, एसआई रुबी मौर्या आदि थीं।
वही पूरे मामले खटीमा श्रम परिवर्तन अधिकारी मीनाक्षी भट्ट द्वारा बताया गया बाल श्रम कराने वालों का चालान कर उन्हें नोटिस जारी कर श्रम प्रवर्तन अधिकारी कार्यालय में तलब किया जाएगा। बाल श्रम कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुकदमा दर्ज करने के साथ ही विधिक कार्रवाई की जाएगी।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa