आंदोलन: एसएसबी केगुरिल्लाओं ने निकाली जन किया जागरण। कचहरी परिसर में दिया धरना प्रदर्शन,एक बार फिर से नौकरी व पेंशन की मांग।
तीन सूत्रीय मांगों को लेकर एसएसबी के प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन की जन जागरण रथ यात्रा लोहाघाट पहुंची। इस दौरान उन्होंने सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। मंगलवार को गुरिल्ला संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी और जिलाध्यक्ष ललित मोहन बगौली के नेतृत्व में जनजागरण यात्रा ने ऋषेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना के बाद पूरे बाजार में रथ को धुमाया। बाद में तहसील परिसर में जनसभा की। लम्बे समय से एसएसबी के गुरिल्लों अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत है। जहा गुरिल्ला संगठन के शीर्ष नेता ब्रह्मानंद डालाकोटी ने गुरिल्लों की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह उत्तराखंड एवं देश का ऐसा आंदोलन है, जिसे 5000 दिन से लगातार संचालित किए जाने के बावजूद भी आंदोलनकारियों को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। लेकिन हमने अपनी उम्मीदों को नहीं छोड़ा है।
केंद्रीय अध्यक्ष डालाकोटी ने कहा कि 45 साल तक के गुरिल्ला को नौकरी देने, 45 साल से अधिक उम्र के गुरिल्ला को पेंशन या एक मुश्त धनराशि देने और दिवंगत गुरिल्ला के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर देशभर के गुरिल्ले पांच हजार दिन से धरने पर बैठे हैं। कहा कि केंद्र सरकार ने गुरिल्लों के समायोजन के लिए प्रस्ताव तैयार करवाया लेकिन सत्यापन के बाद भी सरकार ने समस्या का समाधान नहीं किया।उन्होंने पिछले 17 सालों से चलाए जा रहे आंदोलन में हुए अनुभवों का उल्लेख करते हुए कहा कि समय-समय पर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा गुरिल्लों को समायोजित करने के आदेश तो दिए गए, उनका कभी भी व्यवहारिक रूप में क्रियान्वयन नहीं किया गया। उन्होंने पुनः अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि जब तक गुरिल्लों को न्याय नहीं मिलता है, तब तक हुए अपना आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने सभी साथियों से सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है, यह संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने नेताओं को भी चेतावनी दी कि अब वह आर पार की लड़ाई के लिए तैयार रहें।
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राज्य सरकार ने गुरिल्लों के लिए स्वैच्छिक आपदा प्रबंधन बल गठन, लोक निर्माण विभाग में नियुक्ति, कृषि सहायक पदों में नियुक्ति के शासनादेश जारी किए, वहीं होमगार्ड, पीआरडी के माध्यम से नियुक्ति, स्टेट ईको टास्क फोर्स बनाने जैसे निर्णय लिए लेकिन यह पूरे नहीं हो पा रहे हैं। रथ यात्रा मे के ड़ी सुतेडी, ख़िलानंद पंत , जीवन जोशी मोहन खर्कवाल, गोपाल मनराल,सुरेश गहतोड़ी, गोपाल राणा, गोपाल मनराल, मोहन खर्कवाल,जीवन जोशी, रूद्र सिंह केडी सूतेडी, ललित मोहन जोशी, खिलानंद पंत, लक्ष्मी देवी, माया देवी, मीरा देवी आदि मौजूद रहीं।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa