खटीमा में रिटायर्ड एनएचपीसी मैनेजर को डिजिटल अरेस्ट कर 18 लाख रुपए की साइबर ठगी, ठगी करने वाले दो साइबर ठगों को उत्तर प्रदेश से किया गिरफ्तार।
खटीमा: (उधम सिंह नगर ) नेशनल हाइड्रोलिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) बनबसा से रिटायर्ड मैनेजर को डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर कुल 18 लाख रुपए की ठगी करने वाले दो साइबर ठग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। खटीमा कोतवाली पुलिस ने आरोपियों को उत्तर प्रदेश के लखनऊ से दबोचा। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने उत्तराखंड समेत 11 अन्य राज्यों के लोगों को अपने जाल में फंसा कर कुल करीब 1 करोड़ 86 लाख रुपए की ठगी की थी।
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बता दें कि उत्तराखंड में साइबर ठगों की ओर से डिजिटल अरेस्ट कर लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस की लाख जागरूकता के बावजूद कई लोग इन साइबर ठगों के चंगुल में फंस कर अपने जीवन की कमाई गंवा रहे हैं। साइबर ठगी का एक ऐसा ही मामला खटीमा से सामने आया था। जहां नेशनल हाइड्रोलिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) बनबसा से रिटायर्ड मैनेजर को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर 18 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली थी।
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पीड़ित रिटायर्ड मैनेजर ने 7 सितंबर को खटीमा कोतवाली में तहरीर दी थी। इसके बाद उधम सिंह नगर एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर चकरपुर पुलिस चौकी इंचार्ज एसआई विकास कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी हैं:
🔹 कमलेश कुमार, पुत्र शिव बालक, निवासी सैफलपुर, काकोरी, लखनऊ
🔹 सतीश कुमार, पुत्र शिव बालक, निवासी सैफलपुर, काकोरी, लखनऊ

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इन आरोपियों ने एक फर्जी कंपनी के नाम पर बैंक खाता खुलवाया था, जिसमें रोजाना 5 करोड़ रुपए के लेन-देन की सीमा रखी गई थी। इसके जरिए अवैध तरीके से बड़े पैमाने पर साइबर ठगी की गई। पुलिस के अनुसार एक अन्य आरोपी अनुराग निवासी सीतापुर (उत्तर प्रदेश) का नाम भी संज्ञान में आया है, जो तकनीकी भूमिका निभाता था।
पुलिस की मानें तो गिरफ्तार साइबर अपराधियों से पूछताछ में एक अन्य आरोपी अनुराग निवासी सीतापुर (उत्तर प्रदेश) का भी नाम संज्ञान में आया है। जो मोबाइल पर लाभार्थी जोड़ने और ट्रांजेक्शन की तकनीकी भूमिका निभाता था।आरोपियों ने उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, केरल, कर्नाटक, अंडबार निकोबार, जम्मू कश्मीर, गुजरात, ओडिशा, तेलंगाना समेत कुल 11 राज्यों के लोगों ठगी का शिकार बनाकर करोड़ों रुपए की ठगे हैं।
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खटीमा कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी के मुताबिक, खटीमा पुलिस ने 18 लाख की साइबर ठगी का मामला सामने आते ही पुलिस टीम गठित की. जिसने सर्विलांस की मदद से मामले की जांच शुरू की. पुलिस जांच में पता चला कि खटीमा से साइबर ठगी कर 18 लाख की रकम एक प्राइवेट लिमिटेड के खाते में भेजी गई थी. यह खाता गोमती नगर (लखनऊ) में संचालित था। जिसके खाता धारक कमलेश कुमार और सतीश कुमार निकले।
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इसके बाद खटीमा पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लखनऊ स्थित उक्त बैंक प्रबंधक से संपर्क किया। साथ ही संदिग्ध दोनों खाताधारकों पर नजर रखे। जिसके तहत दोनों को 9 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी में पता चला कि आरोपियों के बैंक खाते से संबंधित 25 अन्य शिकायतें भी देश के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। दोनों आरोपियों ने दो दिन के भीतर ही 1 करोड़ 86 लाख साइबर ठगी की है।
खटीमा पुलिस ने आमजन से विशेष अपील की है कि
❌ किसी भी कॉल या लिंक पर भरोसा करके पैसे ट्रांसफर न करें।
❌ डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई प्रक्रिया नहीं होती।
✅ तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी थाने में सूचना दें।
फिलहाल, दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई जारी है। पुलिस का दावा है कि इससे साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी चेतावनी भी मिलेगी और आमजन को जागरूक करने में मदद मिलेगी।
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Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa





