नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव का मामला मतदान के बीच हाई कोर्ट पहुंची कांग्रेस, DM और SSP तलब, अगवा किए गए 5 सदस्यों को लेकर आएं मतदान स्थल-हाइकोर्ट।

नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव का मामला मतदान के बीच हाई कोर्ट पहुंची कांग्रेस, DM और SSP तलब, अगवा किए गए 5 सदस्यों को लेकर आएं मतदान स्थल-हाइकोर्ट।

 

-उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दिए सभी जिला पंचायत सदस्यों को ढूंढने के निर्देश
– हाईकोर्ट से 10 जिला पंचायत सदस्यों को मिली पुलिस सुरक्षा
– पुलिस सुरक्षा में ही वोटिंग को जाएंगे 10 जिला पंचायत सदस्य
– एसएसपी नैनीताल को HC का निर्देश, अगवा किए गए 5 सदस्यों को लेकर आएं मतदान स्थल
– पुलिस को जांच के निर्देश कि सदस्य खुद गए या फिर अगवा किए गए?
– पांचों सदस्यों के बयान हाईकोर्ट में भी होंगे दर्ज
– आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा फुटेज की भी होगी जांच
– आज ही सभी की वोटिंग के निर्देश
– 5 सदस्यों के आने तक होगा मतदान, जरूरत पड़ने पर मतदान का समय भी बढ़ाने के निर्देश
– 4 बजे फिर होगी सुनवाई

नैनीताल जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर हालात गर्मा गए हैं।नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और अन्य कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर पुलिस की मदद से कांग्रेस के पांच जिला पंचायत सदस्यों को अगवा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि सदस्यों को पीटा गया और घसीटा गया। कांग्रेस ने घटना का वीडियो बनाकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल ने बताया कि चार सदस्य अचानक गायब हो गए हैं और उन्हें संदेह है कि इन्हें जबरन उठाया गया है। इस सिलसिले में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ अज्ञात लोग कथित तौर पर सदस्यों को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाते दिखाई दे रहे हैं।

गुरुवार को मतदान के दौरान स्थिति तनावपूर्ण
आठ निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों को उठाने का आरोप

नैनीताल। हाई कोर्ट ने नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस समर्थित के पांच जिला पंचायत सदस्यों को सुबह मतदान को जाते समय माल रोड से अगवा करने के मामले पर सुनवाई की। इंटरनेट मीडिया में घटनाक्रम के वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं।

मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी नरेंद्र व न्यायमूर्ति आलोक मेहरा की खंडपीठ कांग्रेस व सरकार दोनों पक्षों को सुना। मामले की स्थिति जानने के लिए कोर्ट ने एसएसपी , जिलाधिकारी व एएसपी से कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित होने का कहा। करीब दस मिनट के बाद दोनों अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुए। कोर्ट ने उनसे कहा कि मतदान शांति पूर्वक कराएं।

दस जिला पंचायत के सदस्य कोर्ट में आये थे, उन्हें कोर्ट ने मतदान स्थल तक पहुंचाने के लिए पुलिस सुरक्षा देने को कहा, इसके लिए हाईकोर्ट के सुरक्षा अधिकारी राकेश बिष्ट को जिम्मेदारी दी ही जबकि अगवा पांच सदस्यों को तलाश कर मतदान स्थल तक लाने को भी कहा है। कोर्ट ने मतदान का समय बढ़ाने को भी कहा है। कोर्ट ने जिलाधिकारी व एसएसपी से शाम साढ़े चार बजे इसकी रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

कांग्रेस की ओर से हाईकोर्ट में मामले में अर्जेंट मेंशन कर सुनवाई की याचना की। आरोप लगाया किया कि पांच जिला पंचायत सदस्य मतदान स्थल से अगुआ कर दिए गए। जिससे मतदान स्थल में अफरातफरी मच गई। जिसकी वजह से नैनीताल के समस्त मार्ग पुलिस ने बंद कर दिये गए। समर्थकों के बीच लात घूंसे भी चले।

इससे क्षुब्ध होकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व विधायक संजीव आर्य, हल्द्वानी विधायक सुमित ह्रदयेश, खटीमा विधायक भुवन कापड़ी, कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की उम्मीदवार पुष्पा नेगी, सहित दस जिला पंचायत सदस्यों सहित सैकड़ों समर्थक चुनाव छोड़कर उच्च न्यायालय पहुंचे तथा न्याय की गुहार लगाई। पुष्पा नेगी की तरफ से कहा गया कि उनके सदस्यों को विपक्षी समर्थकों ने अगुआ किया है। उन्हें तलाशा जाय। तथा उनको सुरक्षा दी जाय।

यह सदस्य है गायब
डिकर सिंह मेवाड़ी- ककोड़
प्रमोद सिंह- ओखलकांडा
तरुण कुमार शर्मा- चापड़
दीप सिंह बिष्ट- चौखुटा
विपिन सिंह- जंगलियागांव

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

[democracy id="1"]

राजनीति: डेढ़ साल बाद देहरादून पहुंची उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश कांग्रेस की नई टीम जल्द होगी तैयारी, कांग्रेस के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक हर जिले में कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलेंगे, आगे की रणनीति पर चर्चा।

नैनीताल जिपं अध्यक्ष चुनाव विवाद:निर्वाचन आयोग के जवाब से संतुष्त नहीं हुआ हाईकोर्ट, बिना अनुमति वोट न डालने वाले 5 पंचायत सदस्यों पर क्या हुई कार्रवाई, चुनाव आयोग से मांगा शपथपत्र, अधिकारियों की कार्यशैली पर उठे सवाल।