धामी सरकार ने मद्महेश्वर फंसे यात्रियों को हेलिकॉप्टर से 60 शटल में 190 को किया रेस्क्यू एसडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन के साथ ही ग्रामीणों ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका ।
मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण सम्पर्क मार्ग टूट जाने से वहाँ पर गये यात्री एवं स्थानीय लोग फंस गये थे। सूचना के उपरान्त एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें वहाँ पहुँच गयी थी। जिनके द्वारा विगत दिवस 52 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था। आज मौसम के साफ होने पर मदमहेश्वर घाटी में फंसे लोगों को हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर निकाला जा रहा है।
रेस्क्यू अभियान में प्रशासन, आपदा प्रबंधन, पुलिस के साथ एसडीआरएफ और स्थानीय ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई है। बुधवार को सुबह 6 बजे यात्रियों का रेस्क्यू शुरू किया गया। ट्रांस भारत हेली एविएशन के हेलिकॉप्टर के लिए नानू में अस्थायी हेलिपैड बनाया गया था।
हेलिकॉप्टर द्वारा लगभग 60 शटल की गईं और एक गर्भवती महिला सहित 190 यात्रियों को नानू से रांसी पहुंचाया गया। 49 यात्री रस्सी के सहारे नदी को पार कराते हुए गौंडार गांव पहुंचाए गए। मदमहेश्वर धाम से तकरीबन 6-7 कि0मी0 नीचे नानू नामक स्थान पर स्थानीय लोगों व महिलाओं की मदद से वैकल्पिक व अस्थाई हैलीपैड तैयार किया गया है। यहाँ तक लोग पैदल पहुंच रहे हैं। इन लोगों को हैलीकॉप्टर द्वारा रांसी गांव तक छोड़ा जा रहा है, जहां से वापसी का सफर सड़क मार्ग से किया जा रहा है।
एस डी एम जितेंद्र वर्मा ने बताया कि सभी फंसे 293 यात्रियों का सकुशल रेस्क्यू कर दिया गया है। साथ ही हेलिकॉप्टर के माध्यम से कुछ राशन व अन्य सामग्री भी मद्महेश्वर के लिए नानू तक पहुंचाई जा चुकी है।
रेस्क्यू अभियान में जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा और ग्राम प्रधान वीर सिंह पंवार ने ग्रामीणों के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।गौंडार-मद्महेश्वर पैदल मार्ग पर दो दिनों तक फंसे रहे 293 लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए गए अभियान में गौंडार गांव के ग्रामीण दो दिन तक जुटे रहे।
कई युवाओं ने यात्रियों को बिस्कुट और पानी भी उपलब्ध कराया। ग्रामीण सरोजी देवी, पूजा देवी, शिवदेई देवी, सुलेख आदि ने बताया कि उन्होंने जरूरतमंद लोगों की मदद की जिसकी उन्हें खुशी है।
तहसीलदार दीवान सिंह राणा ने कहा कि अभियान में गौंडार गांव के प्रत्येक व्यक्ति ने अपनी भागीदारी निभाई है। वहीं, ग्रामीण नीलम देवी, जोंकी देवी, विशंभरी देवी, शिवदेई देवी, राय सिंह, संदीप, कैलाश, हिमांशु, सुंदर सिंह आदि ने अरविंद पंवार, गोपाल सिंह, अजीत, प्रदीप, हर्षवर्धन, मंजीत, यशोधर आदि
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa