मद्महेश्वर धाम मे फसें श्रद्धालुओं का शुरू हुआ रेस्क्यू, हैली के माध्यम से अब तक निकाले गए 60 यात्री, पुल टूटने से फंसे थे दर्जनों यात्री, एसडीआरएफ ने रस्सी के सहारे कराई नदी पार।
मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के वहाँ पर गये यात्री फंस गये थे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और एनडीआरएफ राहत बचाव कार्य में जुट गई। हालांकि, अभी तक 60 तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू किया जा चुका है। आपको बता दे कि मद्महेश्वर धाम के बणतोली में तीन दिन पहले पुल ध्वस्त होने से सैकड़ों यात्री फंस गए थे। लिहाजा, मंगलवार को मौसम साफ होने के बाद यात्रियों का रेस्क्यू किया जा रहा है।
एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा अत्यधिक विषम परिस्थितियों में घटनास्थल पर पहुँचकर देखा गया कि वनतोली के पास पुल क्षतिग्रस्त होने से लगभग 200 मीटर मार्ग ध्वस्त हो गया था जिसके दूसरी ओर कुछ लोग फंसे हुए थे। नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ा होने के कारण नदी पार करना संभव नही था। कमान्डेंट के निर्देशानुसार टीम घटनास्थल पर ही बनी हुई थी।
आज 15 अगस्त 2023 को एसडीआरएफ टीम द्वारा पुनः रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए रोप रिवर क्रासिंग मैथेड का प्रयोग करते हुए वहाँ फंसे 52 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।
एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा अत्यधिक विषम परिस्थितियों में घटनास्थल पर पहुँचकर देखा गया कि वनतोली के पास पुल क्षतिग्रस्त होने से लगभग 200 मीटर मार्ग ध्वस्त हो गया था जिसके दूसरी ओर कुछ लोग फंसे हुए थे। नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ा होने के कारण नदी पार करना संभव नही था। कमान्डेंट के निर्देशानुसार टीम घटनास्थल पर ही बनी हुई थी।
आज 15 अगस्त 2023 को एसडीआरएफ टीम द्वारा पुनः रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए रोप रिवर क्रासिंग मैथेड का प्रयोग करते हुए वहाँ फंसे 52 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa