जहरीली साज़िश कारोबारी अंकित हत्याकांड का हुआ सनसनीखेज खुलासा, गर्लफ्रेंड ने सांप से डसवा कर उतारा था मौत के घाट।मास्टरमाइंड माही सहित 4 लोग अब भी फरार
हल्द्वानी- बहुचर्चित व्यापारी अंकित चौहान हत्याकांड का मामला एसएसपी पंकज भट्ट ने किया मामले का खुलासा, उत्तराखंड का पहला मर्डर जिसमें सांप से कटवाकर की गई हत्या,एक लड़की डॉली उर्फ माही सहित 5 लोग थे हत्या में शामिल ,अंकित के पैर में सांप से कटवाकर की गई हत्या सपेरे राम नाथ को पुलिस ने किया गिरफ्तार ,मास्टरमाइंड माही सहित 4 लोग अब भी फरार, म्रतक अंकित चौहान से लम्बे समय से थे माही के सम्बंध, अंकित को लंबे समय से किया जा रहा था ब्लैकमेल ,15 जुलाई को कार में मिला था अंकित चौहान का शव।
हल्द्वानी। कारोबारी अंकित की हत्या के पीछे जिस तरह का अंदेशा जताया जा रहा था, पुलिस जांच के बाद वह सच साबित हुआ। अंकित की हत्या सांप से डसवा कर की गई और इस सनसनीखेज वारदात की साजिश उसी की गर्लफ्रैंड माही ने रची। माही अपने जीवन में अंकित के दखल से खफा थी और इसी वजह से उसने अंकित को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इस साजिश में उसने एक सपेरे, एक हमबिस्तर दोस्त और नौकर-नौकरानी को शामिल किया था। सपेरा तो पुलिस की गिरफ्त में आ गया, लेकिन माही समेत अन्य आरोपी देश छोड़ कर फरार हो गए। अंकित हत्याकांड उत्तराखंड का अपने तरह का पहला ऐसा मर्डर है, जिसमें हत्या के लिए सांप का प्रयोग किया गया है।
बता दें कि रामबाग कालोनी रामपुर रोड निवासी अंकित चौहान पुत्र स्व. धर्मपाल सिंह चौहान की बीते शनिवार की सुबह तीन पानी रेलवे क्रासिंग के पास अपनी ही कार की पिछली सीट पर लाश मिली थी। व्यवसायी अंकित की मौत के पीछे पहले कार की एसी से निकलने वाली कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस को मुख्य वजह माना जा रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकित के दोनों पैरों पर सांप के डसने की बात सामने आई तो कहानी उलट गई।
हत्या की बात तब और पुख्ता हो गई, जब पुलिस ने तीनपानी में लगे सीसीटीवी में अंकित की कार के पास एक और कार को खड़ा देखा। मंगलवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि अंकित के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो बरेली रोड गोरापड़ाव में रहने वाली माही का नाम सामने आया। अंकित की बहन ईशा चौहान पहले ही माही और दीप कांडपाल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट हल्द्वानी कोतवाली में दर्ज करा चुकी थी। माही की कॉल डिटेल से भोजीपुरा बरेली के रहने वाले सपेरे रमेश नाथ और हल्दूचौड़ के रहने वाले दीप कांडपाल का नंबर सामने आया। सपेरे का नाम सामने आते ही हत्या की तस्वीर साफ होने लगी।
तलाश में जुटी पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ को गिरफ्तार किया तो सारा मामला खुल गया। उसने बताया कि अंकित की हत्या माही के घर में की गई। जिसमें माही के साथ खुद सपेरा, माही का कथित ब्वॉयफ्रेंड दीप कांडपाल, नौकर राम अवतार और रामअवतार की पत्नी शामिल थी। सपेरे के अलावा अन्य चारों देश छोड़ कर फरार हो चुके हैं। सपेरे के मुताबिक सभी नेपाल में छिपे हैं। घटना में सपेरे रमेश को शामिल करने के लिए माही ने पहले उसे गुरू बनाया और फिर नजदीकी बढ़ाकर उसे अपने घर ले आई। माही उसके साथ दो बार हमबिस्तर हुई और कत्ल को मुकम्मल अंजाम तक पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपये भी दिए। पुलिस ने न सिर्फ सपेरे को गिरफ्तार किया बल्कि उसका मोबाइल और कत्ल के लिए दिए गए 10 हजार रुपये भी बरामद कर लिए हैं।
इससे पहले दोपहर 3 बजे ही सपेरा कोबरा सांप लेकर माही के घर पहुंच चुका था। माही ने सपेरे और नौकर-नौकरानी को मंदिर के कमरे में छिपा दिया था। जिसके बाद रात कथित ब्वॉयफ्रैंड दीप कांडपाल स्कूटी से माही के घर पहुंचा। योजना के तहत नशीली गोली खिलाकर अंकित को बेहोश कर दिया गया। जिसके बाद उसे बेड पर उल्टा लिटाया गया। होश में आकर अंकित विरोध न करने लगे तो सांप से डसवाने से पहले एक ने उसके हाथ, दो ने उसके पैर पकड़े और चौथा अंकित की पीठ पर लद गया। जिसके बाद सपेरे रमेश ने कोबरा से अंकित के एक पैर में डसवाया, लेकिन वह जिंदा न रह जाए तो दूसरे पैर में भी ठीक उसी स्थान पर डसवाया गया। यहीं हत्यारों से चूक हो गई और उन्होंने पुलिस के लिए एक अहम सुराग छोड़ दिया।
बताया गया है कि अंकित हत्याकांड की मुख्य आरोपी माही उर्फ डॉली से अंकित के अवैध संबंध थे। वह अंकित से लाखों रुपया ऐंठ चुकी थी। जिसके बाद वह अब उस से पीछा छुड़ाना चाहती थी। ऐसे में उसने सपेरे का सहारा लिया। घटना की रात अंकित उसके घर में 4 घंटे तक रहा। इस दौरान सपेरे को बुलाया गया। सांप के द्वारा उसे कटवाया गया थोड़ी देर तक अंकित तड़पता रहा। ऐसे में एक बार फिर दूसरे पर पर उसे कटवाया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद वह लोग लाश को लेकर रानी बाग की तरफ गए, लेकिन वहां ठिकाना ना मिलने की वजह से हल्द्वानी की तरफ लौट आए और तीन पानी के पास कार के अंदर लाश को छोड़कर फरार हो गए।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa