खटीमा-भारी बरसात में सैकड़ों महिलाओं को क्यों निकलना पड़ा जलूस। क्या है इनकी समस्या -???????? देखिए वीडियो
खटीमा–बीडीओ पर मातृत्व अवकाश के हनन का आरोप, महिलाओं ने किया विशाल जलूस के साथ प्रदर्शन।महिला कर्मी ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री भेजा को पत्र।
ब्लाक में एरिया कोडिनेटर एनआरएल में संविदा में कार्यरत एक महिला कर्मी ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बीडीओ पर गलत तरीके से पदच्युत करने व मेटरनिटी लीव राइट की सुविधा से वंचित करते हुए इस अवधि का वेतन न देने का आरोप लगाया है। महिला कर्मी ने बीएमएम व दो महिलाओं पर भी अनेक आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
गुरुवार को अनेक महिलाएं एरिया कोआर्डिनेटर बबली राणा के साथ ब्लाक में पहुंचे। वहां प्रदर्शन के बाद तहसील पहुंचे और एसडीएम रवींद्र सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपा। जिसमें सितारगंज के ग्राम तुर्का तिसौर निवासी एरिया कोआर्डिनेटर राणा ने कहा है कि वह 28 फरवरी 2019 से खटीमा ब्लाक में कार्यरत है। आरोप लगाया कि गर्भावस्था के दौरान उसका स्वास्थ्य खराब होने पर डिलीवरी से डेढ़ माह पहले छुट्टी मांगने पर नहीं दी गई। जब डिलीवरी के 11 दिन रहे तब बीडीओ द्वारा छुट्टी दी गई।
डिलीवरी के बाद मात्र डेढ़ माह की छुट्टी दी गई और छुट्टियों का वेतन नहीं दिया। उत्पीड़न व मेटरनिटी लीव राइट का हनन किया गया। आरोप लगाया कि उसे पद से झूठे व गलत तरीके से पदच्युत किया गया है।
महिला के अनुसार गरीब थारू जनजाति की है। उसके दो छोटे-छोटे बच्चे जबकि पति बेरोजगार है। पत्र में उसे पुनर्नियुक्ति व मैटरनिटी लीव का वेतन दिलाने तथा बीडीओ व बीएमएम के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग की है।
महिला ने इसके अलावा एक आईपीआर व एक सीआरपी महिला पर भी कई आरोप लगाए हैं। विरोध प्रदर्शन में पूनम राणा, विमला देवी, बीता देवी, जमुना देवी, गंगा देवी, वीरेंद्री देवी, नेहा देवी, ज्योति देवी, पूनम देवी, सपना देवी, पूजा देवी, श्रीमंती देवी आदि मौजूद रहे।

Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa