खटीमा। 1962 के चीन से हुए युद्ध में छह महीने तक चीन में बंदी रहे सैनिक भैरव दत्त जोशी (87) का निधन हो गया है। भैरव दत्त जोशी चीन से हुए समझौते में छह महीने बाद छूट कर अपने घर खेतलसंडा खाम पहुंचे थे।
बाद में उन्होंने मेडिकल देकर सेवानिवृत्ति प्राप्त की और राजस्व विभाग में अमीन के पद पर नौकरी प्राप्त की। पूर्व सैनिक और अमीन अपने पीछे पत्नी चंपा देवी सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए। इनके छोटे बेटे राकेश जोशी का पांच साल पूर्व निधन हो गया था। शारदा घाट बनबसा में हुई अंत्येष्टि में उन्हें मुखाग्नि बड़े बेटे बसंत जोशी ने दी। पूर्व सैनिक की अंतिम यात्रा में राजेंद्र सिंह भंडारी (राजू), उमेश राठौर (बॉबी),मनोज तिवारी,कैलाश पांडे, देवेंद्र जोशी, दीपक कापड़ी, पुष्कर कापड़ी, नरेंद्र ठुकराठी दीपक कापडी, विजयपपाल सिंह बिष्ट, सुरेश दिगारी,नवीन खरायत, पवन, चंद्रशेखर कफलटीया,नितिन शाह,भरत चंद,भुवन जोशी,किशोर जोशी,पुष्कर सिंह बुंगला, आनन्द कन्याल आदि।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa