डेढ़ साल पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता पहाड़ की बेटी की मौत बनी रहस्य, न्याय की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं परिजन, 24 वर्षीय पूजा की मौत बनी पहेली।
देहरादून/उत्तरकाशी। उत्तराखंड की एक और बेटी की मौत पहेली बनी हुई है। उत्तरकाशी की पूजा नेगी (24) 14 अप्रैल 2024 को अचानक लापता हो गई थी। अब डेढ़ साल बाद उसके परिजनों को जानकारी मिली कि उसकी लाश 26 अप्रैल 2024 को ही ऋषिकेश क्षेत्र के लक्ष्मण झूला चौकी (पौड़ी गढ़वाल) क्षेत्र में बरामद हो गई थी, जिसे 72 घंटे तक पहचान न होने पर अज्ञात समझकर दाह संस्कार कर दिया गया।
पूजा के परिजनों को यह जानकारी 6 सितंबर 2025 को पुलिस की ओर से दी गई। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट को गंभीरता से नहीं लिया और अब डेढ़ साल बाद फोन करके लापरवाही पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है।
बेटी की मौत को लेकर परिजनों का साफ आरोप है कि पूजा की हत्या हुई है। उसकी मां प्रेमा देवी का कहना है कि एक शख्स उनकी बेटी को बहला-फुसला कर ले गया और उसकी हत्या कर दी गई। पिता गब्बर सिंह नेगी और भाई संतोष नेगी भी अधिकारियों से जांच की गुहार लगाते हुए कहते हैं कि आरोपी सामने होने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं की जा रही।
इस मामले ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। समाजसेवी योगेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि अंकिता भंडारी की हत्या की तरह ही पूजा नेगी की मौत ने भी पूरे उत्तराखंड को झकझोर दिया है। परिजनों के साथ समाजसेवियों ने आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप से मुलाकात की, जिन्होंने जल्द डीएनए टेस्ट और 3 दिन में जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, दुष्कर्म की आशंका को लक्ष्मण झूला चौकी इंचार्ज संतोष पैथवाल ने खारिज कर दिया है। उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उसकी मौत डूबने से हुई थी. दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।
“पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पूजा नेगी के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पोस्टमार्टम में पूजा की मौत डूबने से पाई गई है.”- संतोष पैथवाल, लक्ष्मण झूला चौकी इंचार्ज
फिलहाल यह मामला पुलिस की जांच में है, लेकिन परिजनों और समाज के सवाल अब भी जस के तस हैं—क्या सचमुच पूजा की मौत डूबने से हुई या उसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी है?

Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa