मुख्यमंत्री धामी ने हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय खटीमा में किया उत्तराखंड के पहले साथी केंद्र का शुभारम्भ।

मुख्यमंत्री धामी ने हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय खटीमा में किया उत्तराखंड के पहले साथी केंद्र का शुभारम्भ।

खटीमा, (01 सितम्बर, 2025) – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय खटीमा में उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड एवं आई आई टी कानपुर के संयुक्त प्रयास के द्वारा साथी केंद्र उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर साथी केंद्र का शुभारम्भ किया।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं, खटीमा गोलीकांड की 31वीं बरसी के अवसर पर उत्तराखंड राज्य निर्माण में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सभी अमर बलिदानियों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए अत्यंत भावुक पल है कि मुझे “खटीमा गोलीकांड” जैसी वीभत्स घटना की बरसी के अवसर पर आईआईटी कानपुर के सहयोग से हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय खटीमा में राज्य के प्रथम “साथी केन्द्र” का शुभारंभ करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं, इस केंद्र को हमारे सभी आंदोलनकारियों को समर्पित करता हूं। उन्होंने खटीमा को “साथी केंद्र” की इस विशिष्ट सौगात देने के लिए सभी खटीमा वासियों की ओर से  प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री  धर्मेंद्र प्रधान  का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर के निदेशक मनिंदर अग्रवाल जी सहित उनकी पूरी टीम को भी हार्दिक धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना को मूर्त रूप देने में अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान किया।

धामी ने कहा कि किसी भी देश का सामाजिक और आर्थिक विकास उसकी शिक्षा की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने वर्ष 2020 में नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक स्तर पर सुधार लाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया। उन्होंने कहा कि आज इस नीति के माध्यम से विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में भी सहायता प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश के समस्त विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समान अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2023 में साथी प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके माध्यम से, आज आईआईटी और आईआईएससी जैसे प्रतिष्ठित संस्थाओं के प्रोफेसर ऑनलाइन क्लासेज द्वारा विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवा रहे हैं। आज ये प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग, मेडिकल, बैंकिंग, रेलवे और क्लैट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं के लिए दूरस्थ क्षेत्रों और निर्धन परिवारों के विद्यार्थियों सहित अन्य सभी विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि उत्तराखंड में राज्य का पहला ‘साथी केंद्र” हमारी विधानसभा खटीमा में प्रारंभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र में 80 छात्रों को ऑफलाइन कोचिंग और मेंटरिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

सीएम धामी ने कहा कि इस सुविधा का सीधा लाभ खटीमा और आसपास के ग्रामीण अंचलों के सभी प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को मिलेगा। अब उन्हें बड़े शहरों में जाकर महँगी कोचिंग लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, बल्कि उन्हें अपने ही क्षेत्र में उच्च स्तरीय मार्गदर्शन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सामग्री और अनुभवी मेंटर्स का सहयोग प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने कहा कि आज देशभर में 15 लाख से अधिक विद्यार्थी “प्रोजेक्ट साथी’ से लाभान्वित हो चुके हैं। हमारे राज्य में भी अब तक लगभग 29 हजार विद्यार्थी इस पहल का हिस्सा बन चुके हैं। और पिछले वर्ष 500 से अधिक विद्यार्थियों ने इस प्लेटफॉर्म की मदद से विभिन्न परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन एवं सहयोग से हमारी सरकार भी प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक आधुनिक, व्यवहारिक और सुव्यवस्थित बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। आज जहां एक ओर नई शिक्षा नीति द्वारा प्रदेश के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डेटा जैसे कोर्सेज को संचालित करने की पहल की जा रही है। वहीं, सांइस सिटी, एस्ट्रो पार्क आदि का निर्माण कर हम राज्य में साइंटिफिक रीसर्च को बढ़ावा देने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही, हम अपनी नीतियों एवं योजनाओं के माध्यम से राज्य में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित कर एक ऐसा इकोसिस्टम विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं, जहाँ हमारे युवा केवल नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले भी बन सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड के महाविद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ-साथ 9 नए महाविद्यालयों की स्थापना करने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। साथ ही, “मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना” के माध्यम से, राज्य के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में कार्यरत प्राध्यापकों को 18 लाख रूपए तक का शोध अनुदान प्रदान किया जा रहा है। इतना ही नहीं, उत्कृष्ट शोध पत्र प्रकाशन हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा, संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए, सी.डी.एस. एवं उसके समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यार्थियों को साक्षात्कार की तैयारी हेतु 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है।

सीएम धामी ने कहा कि बहुत से युवा आगे चलकर सरकारी नौकरी में जाने का सपना देख रहे होंगे। मैं, आज आप सभी युवाओं से ये कहना चाहता हूं कि आपकी मेहनत पर अब कोई भी नकल माफिया डाका नहीं डाल सकता। क्योंकि अब उत्तराखंड में देश का सबसे कड़ा “नकल विरोधी कानून” लागू है। उन्होंने कहा कि आप सभी को याद होगा कि किस प्रकार पहले धांधली और पेपर लीक होते थे, जिससे प्रदेश के युवाओं का मनोबल टूट रहा था। लेकिन जब से हमने “नकल विरोधी कानून” लागू किया है, तब से एक भी परीक्षा में पेपरलीक नहीं हुआ। जिसका परिणाम है कि पिछले साढ़े 3 वर्षों में लगभग 24 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी पाने में सफलता प्राप्त हुई है।

मुख्यमंत्री ने सभी युवाओं से ये अपील करते हुए कहा कि आप लोग इस “साथी केंद्र” को अपना सच्चा साथी बनाकर इसका अधिकतम लाभ उठाएँ। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस “साथी केंद्र” के माध्यम से नई युवा पीढ़ी न केवल अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकेंगे, बल्कि उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के हमारे “विकल्प रहित संकल्प” को पूर्ण करने में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य कल्याण परिवार कल्याण मंत्री धन सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट, नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद जोशी, दर्जा राज्य मंत्री अनिल कपूर डब्बू, फरजाना बेगम, नंदन सिंह खड़ायत, जीवन सिंह धामी, सचिव उच्च शिक्षा डॉ रंजीत कुमार सिन्हा, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, उपाध्यक्ष जिला विकास प्राधिकरण जय किशन, डीएफओ हिमांशु बागरी, एडीएम पंकज उपाध्याय, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ बी0 एन0 खाली, निदेशक आईआईटी कानपुर मनिंदर अग्रवाल, प्राचार्य डॉ पंकज कुमार सहित अनेक जनप्रतिनिधि, शिक्षकगण एवं विद्यार्थी मौजूद थे।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

[democracy id="1"]

नानकमत्ता- मुख्यमंत्री धामी ने विगत दिनों लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के अलर्ट के चलते नानकसागर बांध एवं आसपास के क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण, संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी के दिये निर्देश।