ऑपरेशन कालनेमीः शंकर और मोहन बनकर उर्स में घूम रहे दो बांग्लादेशी नागरिक पहने थे भगवा चोला, 2 बांग्लादेशियों समेत 13 फर्जी बाबाओं को किया गिरफ्तार ।
OPERATION KALANEMI हरिद्वार पुलिस ने ऑपरेशन कालनेमि के तहत 2 बांग्लादेशियों समेत 126 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया।
रुड़की के कलियर में पुलिस ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया जो भगवा वस्त्र पहनकर मोहन और शंकर के नाम से घूम रहे थे। ऑपरेशन कालनेमि के तहत हुई इस कार्रवाई में पता चला कि मोहन पहले भी 2020 में पकड़ा गया था और सजा काटने के बाद उसे बांग्लादेश वापस भेज दिया गया था। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
रुड़की। कलियर के सालाना उर्स में मोहन और शंकर बनकर भगवा वस्त्र पहनकर घूम रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पिछले तीन दिन से दोनों कलियर में रह रहे थे। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज किया है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मंगलवार को रुड़की कोतवाली में पत्रकारों को बताया कि ऑपरेशन कालनेमि के तहत कलियर पुलिस लगातार चेकिंग कर रही थी। पुलिस को जानकारी मिली कि दो ढोंगी भगवा धारण किए हैं और संदिग्ध प्रतीत हो रहे हैं। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए आरोपितों को दरगाह के बुलंद दरवाजे के पास पकड़ा। पूछताछ में एक आरोपित ने अपना नाम मोहन तो दूसरे ने शंकर बताया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताया।
पूछताछ की गई तो मोहन बने ढोंगी का असली नाम मोहम्मद उज्जवल निवासी मासिमपुर थाना दवारा बाजार जनपद सुनमगंज बांग्लादेश बताया। वह वर्ष 2020 में कलियर से पकड़ा जा चुका है। 2022 में उसको दो साल की सजा हुई थी। पिछले साल सजा पूरी होने पर उसको बांग्लादेश के बार्डर पर छोड़ा गया था। वहीं, शंकर बने दूसरे आरोपित ने अपना वास्तविक नाम मोहम्मद युसूफ उर्फ इसूफ निवासी बांग्लादेश बताया है। उसका वास्तविक पता नहीं मिल सका है।
रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली में एसएसपी हरिद्वार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि ढोंगी बाबाओं को बेनकाब करने के लिए जिलेभर में ऑपरेशन कालनेमि अभियान चलाया हुआ है।इस समय पिरान कलियर स्थित विश्व प्रसिद्ध दरगाह का सालाना उर्स मेला भी शुरू हो चुका है. मेले को सकुशल संपन्न कराने और मेले में संदिग्ध लोगों पर नजर बनी हुई है।
इसी अभियान के तहत कलियर क्षेत्र में दरगाह पुलिस ने अभियान चलाया गया। जिसमें दरगाह के पास भगवा भेष बनाकर घूम रहे 13 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। जांच के दौरान पता लगा कि इनमें से दो बहरूपिए अपना नाम मोहन और शंकर बता रहे थे। पूछताछ में पता लगा कि मोहन बने बाबा का नाम मोहम्मद उज्ज्वल निवासी बांग्लादेश और शंकर बने बाबा का नाम मोहम्मद यूसुफ निवासी बांग्लादेश है. इसके अलावा अन्य बाबाओं के नाम मुस्तफा हुसैन, ईशा, पुरण, यासीन शाह, पप्पू, जमील, मकसूद, रामकुमार, सतपाल, मोहम्मद दिलशाद और असलम अली बताए गए हैं।
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि ऑपरेशन कालनेमि के अंतर्गत आज 126 बाबाओं को गिरफ्तार किया गया है और जिलेभर से अभी तक करीब 4 हजार 500 बहरूपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि दो बांग्लादेशी भी पकड़े गए हैं।जो बाबा का भेष धरकर कलियर में रह रहे थे. उन्होंने बताया कि दोनों बांग्लादेशियों से अभी गहनता से पूछताछ की जा रही है।
जिले में पकड़े गए 126 बहरूपिए: वहीं, ऑपरेशन कालनेमि के तहत हरिद्वार पुलिस ने पूरे जिले में आज करीब 126 बहरूपिया बाबाओं को पकड़ा. जिसमें दो बांग्लादेशी भी शामिल हैं. अभियान शुरू होने से लेकर अब तक हरिद्वार पुलिस द्वारा 441 बहुरूपिया बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसी के साथ 2000 से अधिक लोगों का सत्यापन भी किया जा चुका है. इस आपरेशन कालनेमि के तहत जड़ी बूटियों का दुरुपयोग करने, जादू टोना-टोटका या 420 जैसे कार्य करने वालों को भी इसकी जद में ले लिया गया है।
इन थाना क्षेत्र से पकड़े गए कालनेमि:कोतवाली मंगलौर क्षेत्र से 18, कोतवाली रुड़की क्षेत्र से 12, कोतवाली गंगनहर क्षेत्र से 23, थाना भगवानपुर क्षेत्र से 5, थाना पथरी क्षेत्र से 12, कोतवाली लक्सर क्षेत्र से 11, कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र से 6, थाना सिडकुल क्षेत्र से 7, थाना कलियर क्षेत्र से 13, थाना कनखल क्षेत्र से 5, कोतवाली नगर क्षेत्र से 9 और थाना श्यामपुर क्षेत्र से 5 कालनेमियों को गिरफ्तार किया गया।