उत्तरकाशी: धराली में बादल फटने से भारी तबाही, चार की मौत, मलबे में मजदूरों के दबे होने की आशंका , मकानों के साथ 20-25 होटल हुए जमीदोंज : सेना ने संभाला मोर्चा, देखें VIDEO
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से भारी तबाही मची है। धराली में बादल फटने से पहाड़ से मलबे के भारी सैलाब ने मचायी तबाही। जिसमें दर्जनों मकान और होटल दब गए हैं। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक करीब 20-25 होटल और होम स्टे भी बह गए हैं।कुछ लोगों के दबे होने की खबर है।धराली बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है।
उत्तरकाशी जनपद के धराली गांव में बादल फटने से खीरगंगा में भयंकर बाढ़ आ गई। डीएम प्रशांत आर्य ने बताया की धराली आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हुई है। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है। पानी का सैलाब गांव की तरफ आते ही लोगों में चीख पुकार मच गई। कई होटलों में पानी और मलबा घुस गया है। जिसमें दर्जनों मकान और होटल दब गए हैं। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक करीब 20-25 होटल और होम स्टे भी बह गए हैं। घटना के बाद कई लोग लापता हैं और बहुत से लोगों के हताहत होने की आशंका है। इस बीच सेना और आईटीबीपी ने राहत और बचाव कार्य के लिए मोर्चा संभाल लिया है।
गंगोत्री जाने वाले पर्यटक रुकते हैं इन होटलों में, कई मलबे में दब गए
बताया जा रहा है कि बादल फटने की घटना दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई, जिसके बाद तेजी से मलबा पहाड़ से नीचे की तरफ आया। रफ्तार इतनी तेज थी कि लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला। ऊपरी इलाकों में मौजूद कुछ लोगों ने खौफनाक घटना को कैमरों में कैद किया और इस दौरान वह मंजर देखकर लोग चीखते-चिल्लाते रहे। जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर इस गांव में बड़ी संख्या में होटल और होम स्टे हैं। गंगोत्री जाने वाले श्रद्धालु और पर्यटक इन होटलों में रुकते हैं। बताया जा रहा है कि 20 से 25 होटल भी बह गए हैं और मलबे में दब गए। कई घोड़े, खच्चर और कई वाहन भी दब गए हैं।
उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। आज मंगलवार सुबह ही उत्तरकाशी बडकोट तहसील क्षेत्र के बनाल पट्टी में भारी अतिवृष्टि होने से चपेट में आई करीब डेढ़ दर्जन बकरियां कुड गदेरे में बह गई। कुड गदेरा उफान पर आने से अफरातफरी मच गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया, प्रदेश भर में 10 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना है। खासकर पर्वतीय इलाकों में तेज दौर की बारिश के आसार हैं। वहीं, बारिश की वजह से सुरक्षा को देखते हुए देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में मंगलवार को भी स्कूल बंद रहेंगे।
सीएम धामी ने जताया दुख
धराली उत्तरकाशी क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का सीएम धामी ने गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित टीमें युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं। इस सम्बन्ध में लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हूं।
दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर राहत बचाव का अनुरोध
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के पास उत्तरकाशी में बादल फटने की प्राथमिक सूचना प्राप्त हुई है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने भारत सरकार को दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर राहत और बचाव कार्य के लिए देने का अनुरोध किया है।
यमुनोत्री हाईवे : स्यानाचट्टी के पास सड़क का 25 मीटर हिस्सा धंसा
जनपद में बीती रविवार देर रात से हो रही बारिश के कारण स्यानाचट्टी के पास यमुनोत्री हाईवे का करीब 25 मीटर हिस्सा धंस गया है जिससे आवाजाही बंद हो गई है। वहीं स्यानाचट्टी के एक ओर पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं। उधर, गंगोत्री हाईवे सुबह से दोपहर तक कई स्थानों पर अवरुद्ध रहा। इस वर्ष का मानसून की बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे पर परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते रविवार देर रात से जारी बारिश के कारण ओजरी डाबरकोट, स्यानाचट्टी के पास मलबा, बोल्डर गिरने से सड़क पर आवाजाही बंद हो गई थी। वहीं स्यानाचट्टी के दूसरी ओर कुपड़ा मोटर मार्ग के समीप करीब 25 मीटर सड़क धंसने से परेशानी बढ़ गई है।
एनएच विभाग की ओर से ओजरी डाबरकोट सहित पालीगाड और स्यानाचट्टी के समीप एक स्थान पर आवाजाही शुरू करवा दी गई लेकिन सड़क करीब 25 मीटर धंसने से एनएच विभाग की मशीनरी को मार्ग खोलने में परेशानी हो रही है। ईई मनोज रावत मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बारिश के चलते हाईवे खोलने में दिक्कत आ रही है। हाईवे धंसने वाली जगह पर शाम तक अंदर की ओर थोड़ा बहुत कटिंग कर छोटे वाहनों को निकालने का प्रयास किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर गंगोत्री हाईवे पर भी सुबह से दोपहर के बीच में डबराणी सहित नाग मंदिर और नेताला के समीप करीब एक से दो घंटे तक मलबा आने के कारण आवाजाही बंद रही। बीआरओ की ओर से उसे खुलवाकर आवागमन सुचारू किया गया।