उत्तराखण्ड वन विकास निगम में ए.आई. आधारित डिपो सर्विलांस सिस्टम की हुई शुरुआत,हरबर्टपुर डिपो में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू की गई अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली।
देहरादून, 30 जुलाई 2025 —उत्तराखण्ड वन विकास निगम ने तकनीकी नवाचार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए हरबर्टपुर डिपो में ए.आई. पावर्ड डिपो सर्विलांस सिस्टम (AIPDSS) की स्थापना की है। इस पायलट प्रोजेक्ट का वर्चुअल शुभारम्भ उत्तराखण्ड के माननीय वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल द्वारा निगम के प्रधान कार्यालय अरण्य विकास भवन, डालनवाला से किया गया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री उनियाल ने कहा कि आज के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग सुरक्षा और प्रबंधन में नई दिशा प्रदान कर रहा है। उत्तराखण्ड वन विकास निगम द्वारा शुरू की गई यह पहल न केवल डिपो की सुरक्षा को सुदृढ़ बनाएगी बल्कि स्टॉक प्रबंधन, चोरी एवं आगजनी की घटनाओं की रोकथाम में भी सहायक सिद्ध होगी। यह प्रयोग पूरे देश में किसी भी वन निगम द्वारा किया गया पहला अभिनव प्रयास है।
सचिव वन एवं पर्यावरण सी. रविशंकर ने इस प्रणाली को वन निगम की राजस्व वृद्धि एवं कार्यक्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण बताया।
प्रमुख वन संरक्षक रंजन मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि यह तकनीक कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने तथा प्रकाष्ठ की उचित स्टेकिंग, मॉनिटरिंग और निस्तारण में प्रभावशाली भूमिका निभाएगी।
प्रबन्ध निदेशक जी.एस. पाण्डे ने बताया कि निगम के डिपो में हजारों घनमीटर बहुमूल्य प्रकाष्ठ संग्रहीत रहता है, जिसकी सुरक्षा और समुचित प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीक आवश्यक है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए हरबर्टपुर डिपो में यह AI आधारित सिस्टम स्थापित किया गया है।
मुख्य वन संरक्षक डॉ. धीरज पाण्डे ने कार्यक्रम के समापन पर सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस दौरान समारोह में सी. रविशंकर, सचिव वन एवं पर्यावरण, जी.एस. पाण्डे, प्रमुख वन संरक्षक / प्रबन्ध निदेशक, रंजन मिश्र, प्रमुख वन संरक्षक, भूमि सर्वेक्षण निदेशालय. श्रीमती मीनाक्षी जोशी, अपर प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धीरज पाण्डे, मुख्य वन संरक्षक / महाप्रबन्धक (कु.मा.), श्रीमती कहकशॉ नसीम, अपर सचिव, वन एवं पर्यावरण, महेश चन्द्र आर्य, क्षेत्रीय प्रबन्धक (मुख्यालय / टिहरी), शेर सिंह, क्षेत्रीय प्रबन्धक (गढ़वाल) आदि उपस्थित रहे।