उत्तराखंड की सबसे लंबी चार किमी निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग का मुख्यमंत्री धामी की मौजूदगी में ब्रेकथ्रू हुआ आज, यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा-पोलगांव सुरंग आरपार,नवनिर्मित बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए सीएम।
यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा-पोलगांव सुरंग आज आरपार हो गई। वहीं टनल के बाहर बने बाबा बौखनाग मंदिर की भी प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। सुरंग के ब्रेकथ्रू के मौके पर भी सीएम मौजूद रहें।
गौरतलब है कि वर्ष 2023 के नवम्बर माह में सिलक्यारा सुरंग निर्माण के दौरान हुए हादसे में 41 श्रमिक 17 दिनों तक भीतर फंसे रहे थे।जिन्हें 17 दिन बाद निकाला जा सका। मलबा हटने के बाद कार्यदायी संस्था की ओर से वहां पर सुरंग के आर-पार होने के लिए बचे 30 मीटर हिस्से पर तेजी से कार्य शुरू किया गया।
उस कठिन समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतर्गत सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। इसी घटनाक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने बाबा बौखनाग मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था, जिसे अब साकार रूप दिया जा रहा है।
करीब 4.5 किमी लंबी सिलक्यारा-पोलगांव सुरंग का निर्माण वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। वर्ष 2023 के नवंबर माह में सुरंग के अंदर मलबा आने के कारण 41 मजदूर वहां पर फंस गए थे। उन्हें 17 दिन-रात के खोज-बचाव अभियान के तहत सुरक्षित बाहर निकाला गया था। उसके बाद वहां पर कार्य बंद हो गया था।
बचे 30 मीटर हिस्से पर तेजी से कार्य शुरू किया
उसके बाद एनएचआईडीसीएल की ओर से वहां पर वर्ष 2024 माह के मध्य में दोबारा कार्य शुरू किया गया और गत माह वहां पर पड़े मलबे को हटाया गया। मलबा हटने के बाद कार्यदायी संस्था नवयुगा कंपनी की ओर से वहां पर सुरंग के आर-पार होने के लिए बचे 30 मीटर हिस्से पर तेजी से कार्य शुरू किया।
सिलक्यारा सुरंग चारधाम यात्रा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना है। यह सुरंग लगभग 853 करोड़ की लागत से बनाई जा रही है। इसकी लंबाई 4.531 किलोमीटर है और यह दो लेन व दो दिशा वाली होगी। सुरंग निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच की दूरी 26 किलोमीटर तक कम हो जाएगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा और समय की बचत होगी।
आज बुधवार को सिलक्यारा-पोलगांव सुरंग आरपार हो गई। कार्यक्रम को जिला प्रशासन और एनएचआईडी सीएल की ओर से भव्य आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुरंग के ब्रेक थ्रू के समय वहां पर मौजूद रहे। वहीं कंपनी के मजदूरों को भी सम्मानित किया गया।आज का दिन न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य की बुनियादी संरचना और तीर्थ यात्रा मार्गों के विकास की दिशा में भी एक नई उपलब्धि को दर्शाता है।

Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa