लद्दाख में टैंक अभ्यास हादसे में उत्तराखंड का लाल भूपेंद्र शहीद, गांव में शोक की लहर, सोमवार को पाबौ स्थित पैतृक घाट में होगा अंतिम संस्कार,मुख्यमंत्री धामी ने जताया शोक।

लद्दाख में टैंक अभ्यास हादसे में उत्तराखंड का लाल भूपेंद्र शहीद, गांव में शोक की लहर, सोमवार को पाबौ स्थित पैतृक घाट में होगा अंतिम संस्कार,मुख्यमंत्री धामी ने जताया शोक।

लद्ख में टी- 72 टैंक के नदी को पार करते समय जल स्तर बढ़ने में बलिदान हुए जवानों में एक जवान पौड़ी जनपद के विकासखंड पाबौ के बिशल्ड गांव का रहने वाला भूपेंद्र सिंह नेगी भी था। ग्रामीण व गांव के रिश्ते में भाई विवेक ने बताया कि भूपेंद्र के बलिदान होने की सूचना स्वजन को मिली है।जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सैनिक का पार्थिव शरीर सोमवार तक पौड़ी के विशल्ड गांव आने की जानकारी मिली है।

श्रीनगर (उत्तराखंड): लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में श्योक नदी में टी-72 टैंक हादसे में पांच जवान शहीद हो गए थे. जिसमें से एक जवान उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पाबौ ब्लॉक के बिशल्ड गांव का रहने वाला भूपेंद्र नेगी भी है, जो देश सेवा करते हुए लद्दाख में शहीद हो गए।इनका परिवार देहरादून शिमला बाईपास में रहता है परिवार के करीबी द्वारा बताया गया कि भूपेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर कल उनके आवास राजधानी देहरादून पहुंचेगा।वहीं भूपेंद्र नेगी के शहीद होने की सूचना के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर छा गई है. बताया जा रहा है कि शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव लाया जाएगा।

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शहीद भूपेंद्र सिंह नेगी अपने पीछे अपने 3 बच्चों ,पत्नी और पिता को छोड़ गए हैं। उनकी तीन बहनें है। जिनका विवाह हो चुका है।भूपेंद्र की माता का पूर्व में ही निधन हो चुका है।एक साल पहले वह गर्मियों की छुट्टी में वे घर आए थे। भूपेंद्र की पत्नी तीन बच्चों को पढ़ाने के लिए देहरादून में रहती हैं। साथ में बलिदानी के पिता भी उनके साथ देहरादून में रहते हैं।

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पाबौ ब्लॉक के बिशल्ड गांव के रहने वाले ग्रामीण विवेक ने बताया कि उनका परिवार आज अपने गांव आ रहा है।घटना के बाद से गांव में गांव में मातम छाया है। स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है। शहीद का अंतिम संस्कार सोमवार को पाबौ स्थित उनके पैतृक घाट पर किया जाएगा।

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जानकारी के मुताबिक टी-72 टैंक सेना के जवान नदी पार करने का अभ्यास कर रहे थे. अभ्यास के दौरान अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया और जवान बह गए. हादसे में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) व चार जवान शहीद हो गए. हादसा बीते दिन सुबह के समय दौलत बेग ओल्डी इलाके में मंदिर मोड़ पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास घटित हुई।

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सेना के अधिकारियों के मुताबिक, घटना सुबह करीब 3 बजे टैंक अभ्यास के दौरान हुई. अभ्यास के दौरान सेना को नदी पार करना था तभी अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया. घटना के बाद सभी पांच शव बरामद कर लिए गए हैं. टैंक तांगस्टे की ओर जा रहा था, तभी यह दुखद दुर्घटना हुई।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ,’लद्दाख में नदी पार कराते समय हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में हमारे पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों की जान जाने से मुझे गहरा दुख हुआ है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है. दुख की इस घड़ी में राष्ट्र उनके साथ खड़ा है।

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मुख्यमंत्री धामी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लद्दाख में सेना के टैंक में सवार जवानों के नदी पार करने के दौरान जलस्तर बढ़ने से बलिदान पर शोक प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से सभी बलिदानियों की आत्मा की शांति और उनके स्वजन को असीम दुख सहने की शक्ति देने की कामना की है। उन्हाेंने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा देश शोक संतप्त स्वजन के साथ खड़ा है।

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