Traffictail

World Best Business Opportunity in Network Marketing
laminate brands in India
IT Companies in Madurai

शहीद संजय बिष्ट पंचतत्व में हुई विलीन , सैन्य सम्मान के  साथ नम आंखों से हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई, मुख्यमंत्री धामी ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया।

शहीद संजय बिष्ट पंचतत्व में हुई विलीन , सैन्य सम्मान के  साथ नम आंखों से हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई, मुख्यमंत्री धामी ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया।

नैनीताल। जम्मू के राजोरी में बुधवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में नैनीताल जिले के रातीघाट निवासी पैरा कमांडो संजय सिंह बिष्ट शहीद हो गए थे। शुक्रवार की दोपहर 2.20 बजे उनका पार्थिव शरीर जम्मू राजोरी से सैनिक स्कूल घोड़ाखाल हैलीकॉप्टर से पहुंचा। जहां उनके पार्थिव शरीर को नैनीताल एसडीएम प्रमोद कुमार, रानीखेत केआरसी के ब्रिगेडियर गौरव बग्गा, केआरसी रानीखेत के कर्नल राजेश रद्द, सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय डंगवाल ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद के शव पहुंचते ही लोगों ने जब तक सूरज चांद रहेगा संजय तेरा नाम रहेगा और भारत माता की जय के नारों से शहीद को श्रद्धांजलि दी। रानीखेत केआरसी के सैन्य अधिकारी शहीद का पार्थिव शरीर लेकर शहीद के घर रातीघाट गए। जिसके बाद रातीघाट के चित्रशिला घाट पर शहीद का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

सीएम और राज्यपाल की ओर से डीएम ने किए पुष्प अर्पित
पैरा कमांडो संजय बिष्ट के बलिदान पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लेफ्टिनेंट जनरल राज्यपाल गुरुमीत सिंह (सेनि) ने शोक संवेदना व्यक्त की है। सीएम और राज्यपाल की ओर से डीएम वंदना ने शहीद पैरा कमांडो को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद संजय के परिजनों से फोन में वार्ता कर सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के वीर सपूत संजय बिष्ट के बलिदान को प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा देश हमेशा याद रखेगा।उन्होंने ईश्वर से शोकाकुल परिवार को दुख सहने को असीम शक्ति की प्रार्थना की। सरकार परिवार के साथ खड़ी है और परिजनों को हर संभव मदद दी जाएगी।

इसके साथ ही केंद्रीय रक्षा एवम पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट की तरफ से एसडीएम कोश्याकोटुली विपिन पंत ने पुष्पांजलि अर्पित की। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने शहीद संजय के परिजनों से मिलकर सांत्वना देते हुए अंतिम संस्कार यात्रा में पहुंच कर पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी।

जम्मू के राजोरी में बुधवार सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में नैनीताल के हली गांव और हाल निवासी रातीघाट पैरा कमांडो संजय बिष्ट शहीद हो गए थे। शुक्रवार दोपहर करीब 3:30 बजे शहीद के पार्थिव देह को सेना के जवान रातीघाट उनके घर लाए। बेटे का चेहरा देख मां मंजू देवी, पिता देवेंद्र सिंह बिष्ट बेसुध हो गए। दोनों को रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने किसी तरह से संभाला। वहीं बड़े भाई नीरज बिष्ट, बहन विनीता और ममता का भी भाई के गम में रो रोकर बुरा हाल है।

तीन राउंड फायर कर पैरा कमांडो को दी अंतिम सलामी
शहीद पैरा कमांडो संजय बिष्ट के पार्थिव शरीर को शाम 4:30 बजे रातीघाट के शिप्रा नदी और जाख नदी के संगम तट पर सैन्य सम्मान के साथ तीन राउंड हवाई फायर कर अंतिम सलामी दी गई।
शहीद को मुखाग्नि उनके चचेरों भाइयों ने दी। शहीद को कुमाऊं रेजीमेंट रानीखेत के ब्रिगेडियर गौरव बग्गा, कर्नल राजेश रद्द, कैप्टन अरविंदर सिंह, नायब सूबेदार कुंडल सिंह बिष्ट, नायब सूबेदार शेखर चंद्रा, चंदन सिंह समेत 37 जवानों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।इस दौरान ब्रिगेडियर गौरव बग्गा,एसपी सिटी क्राइम डॉक्टर जगदीश चंद्र, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, गोपाल रावत, मनोज जोशी, पूर्व सैनिक कुंदन सिंह चिलवाल समेत कई सेना के अधिकारी मौजूद रहे।

साथ ही शहीद संजय बिष्ट की मदर यूनिट 19 कुमाऊं के जेसीओ घनश्याम उपाध्याय, कैप्टन शाश्वत सिंह समेत 11 जवान अंतिम सलामी में शामिल हुए। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जिला सैनिक कल्याण बोर्ड हल्द्वानी के सेवानिवृत्त कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी, सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर एमसी तिवारी, भुवन चंद्र तिवारी, जगमोहन सिंह शामिल रहे।

uttarakhandlive24
Author: uttarakhandlive24

Harrish H Mehraa

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

[democracy id="1"]

घोड़ाखाल सैनिक विद्यालय के वार्षिक समारोह को मुख्यमंत्री धामी ने किया वर्चुअल संबोधित, विद्यालय में सिंथेटिक ट्रैक युक्त स्टेडियम और कृत्रिम घास युक्त फुटबॉल मैदान बनाने की 2 घोषणाएं।

शर्मनाक-खटीमा में पंडित जी को ब्लैकमेल करने के आरोपी यूट्यूबर दंपति भेजे गए जेल,सूत्रों की माने तो कई हाई प्रोफाइल लोग हुए हैं शिकार,नेता उद्योगपति से लेकर बैंक कर्मियों की शहर में चर्चायें आम,ये था पूरा मामला।