ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठ के साथ हुआ (दिवाली बंदी छोड़ दिवस)और दिपावली मेले का आगाज।

ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठ के साथ हुआ (दिवाली बंदी छोड़ दिवस) और दिपावली मेले का आगाज।

नानकमत्ता (उधम सिंह नगर ) उत्तर भारत के प्रमुख गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में दिवाली बंदी छोड़ दिवस (दिवाली) धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठ के साथ गुरुद्वारा साहिब में दिवाली मेले का आगाज हो गया। इस पर्व के मौके पर ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। दिवाली की पूर्व संध्या पर गुरुद्वारा साहिब रोशनी से जगमगा उठा। साथ ही दूर दराज से श्रद्धालुओं संगते भी आना शुरू हो गयी है।श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा छेंवी पातशाही, भंडार साहिब, दूध वाला कुआं, लाल गुरु गुरुद्वारे में भी शीश नवाया जाएगा। श्रद्धालुओं पवित्र बाऊली साहिब और अजायब घर में लगे सिखी के इतिहास को देख और पढ़कर खुद को गौरवान्वित कर सकेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी केद्वारा आयोजित मेला 10 से 24 नवंबर तक चलने वाले 15 दिनी मेले को लेकर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। गुरुद्वारा साहिब में मुख्य पर्व 12, 13 एवं 14 नवंबर को मनाया जाएगा। इस मेले में देश के साथ ही विदेशों से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के रहने और लंगर की विशेष व्यवस्था की गई है।

यात्रियों के ठहरने के लिए श्री हरगोविंद सराय के साथ ही नवनिर्मित गुरुनानक बालिका इंटर कॉलेज के भवन में व्यवस्था की गई है। मेले के दृष्टिगत स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सहयोग से शांति व्यवस्था और श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिए कैंप भी लगाया गया है। मेले के दौरान 24 घंटे डॉक्टर तैनात रहेंगे।श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क चिकित्सा सहायता शिविर में बीमारों को दवा दी जा रही थी। श्रद्धालुओं के लिए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से लंगर और ठहरने की विशेष व्यवस्था की गई थी।

धार्मिक डेरा कारसेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह ने बताया कि कारसेवा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के रहने और लंगर के लिए दिल्ली से आए लांगरियों की ओर से विशेष लंगर तैयार किया जा रहा है। सेवादार संगत की सेवा में अटूट लंगर बरताएंगे। इसके अलावा दूध वाला कुआं, गुरुद्वारा भंडार साहिब, गुरुद्वारा छठी पातशाही एवं बाऊली साहिब को भी सजाया गया है। नानकपंथियों का गुरुद्वारा आना शुरू हो गया है।

वहां गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान हरबंश सिंह चुघ, उपप्रधान बीवी कमलेश कौर, जनरल सेक्रेट्री अमरजीत सिंह, सचिव हरभजन सिंह, गुरवंत सिंह सोनी, प्रभुसरण सिंह, हरभाग सिंह, गुरदयाल सिंह, गुरमुख सिंह, निर्मल सिंह, जोगेंद्र सिंह, पलविंदर सिंह, भूपेंद्र सिंह, गुरपाल सिंह, प्रीतपाल सिंह के अलावा प्रबंधक रणजीत सिंह आदि थे। मेले की सुरक्षा में थानाध्यक्ष देवेंद्र गौरव, पुलिस बल के साथ जुटे रहे और सीसीटीवी कैमरों के जरिये कड़ी निगरानी भी की।

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Author: uttarakhandlive24

Harrish H Mehraa

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