दुखद हादसा -गधेरे में डूबे पांच छात्र, दो की मौत, तीन को सकुशल बचाया गया, घटना के बाद परिजनों में मचा कोहराम, क्षेत्र में फ़ैली शोक की कहर।
पांच किशोर पनाई गांव के लोदियागाड़ गदेरे में नहाने गए थे। गदेरे के तेज बहाव में उनका संतुलन बिगड़ा और पांचों बहने लगे। इस दौरान तीन ने खुद को बचा लिया, लेकिन दो बह गए
थराली (चमोली): उत्तराखंड के चमोली जिले में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। गौचर क्षेत्र के पनाई के पास स्थित लोडिया गधेरे में नहाते समय पांच छात्र पानी के तेज बहाव में बह गए। राहत की बात यह रही कि तीन बच्चों को सकुशल बचा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश दो मासूमों की जान नहीं बच सकी। बताया जा रहा है कि एक को बचाने के चक्कर में चार बच्चे गधेरे में कूदे थे। जिसमें से दो भंवर में फंस गए और उनकी डूबकर मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे ट्यूशन के लिए घर से निकले थे। रास्ते में गर्मी के चलते वे लोडिया गधेरे में नहाने लगे। इस दौरान एक छात्र फिसलकर पानी में बहने लगा। उसे बचाने के प्रयास में चार अन्य छात्र भी गधेरे में कूद पड़े। लेकिन उसमें से भी दो पानी के भंवर में फंस गए। जैसे-तैसे तीन बच्चों की जान को बच गई।लेकिन पानी की तेज धारा और भंवर में फंसने से गौरव गोसाई (निवासी डूंगरी, नारायणबगड़) और दिव्यांशु बिष्ट (निवासी श्रीकोर्ट, गौचर) की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई।
मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू व सर्च ऑपरेशन चला कड़ी मशक्कत के बाद गधेरे में डूबे दोनों बच्चों को बाहर निकाला और हॉस्पिटल पहुचाया गए, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। मासूमों की असमय मौत से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
थानाध्यक्ष राकेश चंद्र भट्ट ने बताया कि सोमवार शाम को नगर क्षेत्र के पांच किशोर पनाई गांव के लोदियागाड़ गदेरे में नहाने गए थे। गदेरे के तेज बहाव में उनका संतुलन बिगड़ा और पांचों बहने लगे।किसी प्रकार तीन अपने को बचाने में कामयाब रहे, लेकिन दो किशोर बह गए। सूचना मिलने पर पुलिस, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम पहुंची और बचाव अभियान शुरु किया। कुछ दूरी पर दोनों के शव मिल गए।
बता दें कि पुलिस और प्रशासन की तरफ लगातार अपील की जा रही है कि मॉनसून सीजन में नदी और बरसाती गधेरों के आसपास न जाए।क्योंकि इन दिनों पानी का बहाव कभी भी खतरनाक स्तर तक बढ़ सकता है। लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। लेकिन कई लोगों पुलिस की चेतावनी को अनसुना कर नदी के बीच में नहाने के लिए चले जाते है और इस तरह के हादसे हो जाते है।