लोक निर्माण विभाग के घूसखोर सहायक अभियंता गिरफ्तार, विजिलेंस ने आरोपी इंजीनियर को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दुर्गेश पंत को ₹10,000 रिश्वत लेते हुए सतर्कता विभाग की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी 20 सितंबर 2024 को हल्द्वानी के तिकोनिया स्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यालय परिसर से हुई। शिकायतकर्ता ठेकेदार ने सतर्कता अधिष्ठान पर शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने विद्युत यांत्रिकी खंड, सार्वजनिक निर्माण विभाग, भीमताल में ₹3,00,000 का कार्य माननीय उच्च न्यायालय के आवासीय परिसर में किया था। इस कार्य के भुगतान के बदले सहायक अभियंता दुर्गेश पंत ने रिश्वत की मांग की थी।
हल्द्वानी: उत्तराखंड में आए दिन रिश्वतखोरी के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला नैनीताल जिले से सामने आया है। जहां विजिलेंस की टीम ने लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। अब विजिलेंस की टीम आरोपी के आवास की तलाशी ले रही है। साथ ही उसके चल अचल संपत्ति के बारे में जानकारी जुटा रही है।
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दरअसल, कुमाऊं सतर्कता अधिष्ठान हल्द्वानी में एक ठेकेदार ने शिकायत दर्ज कराई थी।जिसमें शिकायतकर्ता ठेकेदार ने बताया था। कि उसने भीमताल के सार्वजनिक निर्माण विभाग के विद्युत यांत्रिकी खंड में कोटेशन कार्यदेश के आधार पर 3 लाख रुपए का काम नैनीताल हाईकोर्ट आवासीय परिसर में किया था। जिसकी भुगतान के एवज में लोनिवि के सहायक अभियंता दुर्गेश पंत रिश्वत मांग रहा था।इसके बाद विजिलेंस ने दुर्गेश पंत को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
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10 हजार रुपए की रिश्वत लेता एई दुर्गेश पंत गिरफ्तार: इसी कड़ी में आज यानी 20 सितंबर को हल्द्वानी के तिकोनिया स्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर से सहायक अभियंता दुर्गेश पंत को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा। जिसके बाद विजिलेंस की टीम अब आरोपी पंत के आवास की तलाशी लेने जा रही है। साथ ही उसके अन्य स्थानों पर चल अचल संपत्ति के बारे में उससे पूछताछ कर रही है। वहीं, सतर्कता निदेशक ने वी मुरुगेसन ने विजिलेंस टीम में शामिल कर्मचारियों को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
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अगर कोई घूस मांगता है तो इस नंबर पर कर सकते हैं। शिकायत: सरकारी विभागों में तैनात अधिकारी या कर्मचारी अगर किसी काम के एवज में रिश्वत की मांग करता है. या फिर उसने इस तरह से आय से अधिक अवैध संपत्ति जमा की हो तो इसकी शिकायत सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 पर कर सकते हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर भ्रष्टाचार, घूसखोरी आदि के बारे में सूचना दे सकते हैं।
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Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa