खौफ के साये में गुजारी रात रसकिया और कलसिया नालों ने मचाई तबाही ,कई मकान टूटे कई हुए क्षतिग्रस्त, 250 मकान कराये गए खाली।
नैनीताल जनपद में लगातार हो रही भारी बारिश का असर हल्द्वानी के काठगोदाम क्षेत्र में सबसे अधिक देखने को मिला है कल शाम से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कलसिया नाला पूरी तरह से उफान पर आ गया। कलसिया नाले के आसपास कई मकानो को काफी खतरा हो गया है, तो वहीं कई मकान ध्वस्त भी हुए हैं। लेकिन पुलिस और प्रशासन द्वारा उन लोगों को समय से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था और उनके खाने पीने के इंतजाम भी प्रशासन और पुलिस द्वारा किए गए थे।काठगोदाम में सबसे अधिक नई बस्ती, बद्रीपुरा समेत गौला बैराज के आसपास नुकसान हुआ है, वहां के लोगों का कहना है कि आज तक उन्हें कलसिया नाले का रौद्र रूप इतना था, आज तक किसी ने नहीं देखा, उन्होंने अपनी आप बीती बताते हुए कहा की कलसिया नाले ने भयभीत कर दिया जिसके वजह से हर जगह सिर्फ चीख पुकार मच गई। भय के माहौल के बीच सिर्फ भागो भागो की आवाज ही सुनाई आ रही थी, प्रशासन और पुलिस लोगों को घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे थे, लेकिन उनके मन में अभी भी भय बना हुआ है, कि उनके घरों में आई दरार या जिनके घर ध्वस्त हो गए हैं। उनका क्या होगा, ऐसे में पीड़ितों ने मांग करते हुए कहा की सरकार और प्रशासन उन्हें मुआवजे के साथ ही उनको घर को कैसे बचाया जाए इस पर काम करे।
वही सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया की अतिवृष्टि के चलते हालात बिगड़े हैं, काठगोदाम क्षेत्र के कलसिया नाले के उफान पर आने के चलते नई बस्ती, बद्रीपुर और गौला बैराज की तरफ काफी नुकसान हुआ है, कई मकानों में दरारें आई हैं, कई ध्वस्त हो गए है ऐसे में वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उनके खाने-पीने के इंतजाम भी किए गए हैं, स्थाई समाधान निकालने के लिए जिला स्तर पर प्रयास किया जा रहे हैं।
साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि जब बरसात हो या नदी नाले उफान पर हों, उस स्थिति में कोई भी एक जगह से दूसरी जगह पर ना जाएं, किसी को भी कोई जरूरत या दिक्कत हो वह प्रशासन को सूचना दे सकता है। कलसिया नाला काठगोदाम के ऊपरी क्षेत्र के छोटे-छोटे नालों और स्रोत के पानी को नैनीताल मार्ग पार कर गौला बैराज में मिलाता है। मंगलवार शाम कलसिया नाले ने देवलढूंगा में व्यापक तबाही मचाई। कुुछ ही देर में प्रतीक, हीरा लाल और राम सिंह के मकान बह गए। नई बस्ती में महेंद्र सिंह का मकान नाले में समा गया। महेंद्र सिंह यूपी पुलिस में तैनात हैं। यहां पुलिस पहुंची और महेंद्र के बेटे को निकाला और उसके पलों के बाद ही मकान भरभराकर गिर गया। बदरीपुरा में उस्मान और मज्जूम का मकान ध्वस्त हो गया। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। एक तरफ मूसलाधार बारिश थी तो दूसरी तरफ उफान भरता नाला। पुलिस ने तत्काल आसपास के मकानों को खाली कराना शुरू कर दिया। 250 मकान खाली कराए गए। महिलाएं छोटे बच्चों को गोद में उठाकर घरों से निकल गईं। बुजुर्गों और बीमारों को सहारा देकर निकाला गया। इन सभी को नगर निगम इंटर कॉलेज में ठहराया गया। इस बीच नैनीताल रोड पूरी तरह जाम हो गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। मदद के लिए निकली आपदा प्रबंधन की टीम और पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी जाम में फंसे बेबस नजर आए।
एहतियातन क्षेत्र और आसपास की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई।रकसिया उफनाया, कई वाहन बहे, आवासों में घुसा पानी
हल्द्वानी। भारी बारिश के चलते रकसिया नाला भी उफान पर आ गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि रात करीब आठ बजे नाले में भारी पानी और मलबा आया। नाले का पानी वंदना विहार, पार्वती एन्क्लेव, रिवा एन्क्लेव समेत अन्य काॅलोनियों में घुस गया। यहां सड़क किनारे खड़े दोपहिया और चारपहिया वाहन भी तेज तेज बहाव में बहने लगे।
स्थानीय निवासी अशोल रौतेला ने बताया कि कई घरों में पानी घुस गया और कई वाहन रकसिया नाले में बह गए हैं। काफी नुकसान हुआ है। भट्ट कालोनी में वाहन डूब गए। बिठौरिया नंबर-एक में वन चौकी के पास नाले के बहाव में कुछ बच्चे और एक युवक बह गया। स्थानीय निवासियों ने उन्हें मशक्कत के बाद सभी को बचा लिया। स्थानीय निवासी गीता का आरोप था कि युवक को बचाने के बाद पुलिस, प्रशासन को सूचित किया गया, लेकिन कोई सहायता नहीं मिल सकी। इसके अलावा क्षेत्रीय लोगों ने एक दोपहिया वाहन पर जा रहे दंपति और बच्चे को भी बचाया। हाइडिल के पास भी कई घरों में पानी घुस गया। बिठौरिया में भी यही हाल था। ग्रीन वैली के रहने वाले आरसी पंत ने बताया कि शाम क समय कॉलोनी के पास नाला उफान पर आ गया, इसके चलते कई घरों में पानी भर गया, इससे काफी नुकसान हुआ है। नीलियम कॉलोनी में भी जलभराव हुआ। इधर, कार्तिकेय कॉलोनी में भी जलभराव हो गया। स्थानीय निवासी सुनीता जोशी, ममता, सुमन चंद्र जोशी ने बताया कि सभी घरों में पानी घुस गया। यह पहला मौका है, जब इस तरह के हालात बने। हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa