सीमांत क्षेत्र में राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि के ग्रामीण क्षेत्रों में भूकटाव को रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य
खटीमा। राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि के तहत सिंचाई विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में भूकटाव को रोकने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए 44,22,000 रुपये का आगणन बनाकर जिला आपदा प्रबंधक अधिकारी को भेजा गया है। स्वीकृति प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्य की शुरुआत की जाएगी।
बरसात में तेज बहाव होने के कारण कई नालों से भूकटाव होता है। इससे कई बार बाढ़ का पानी खेतों में घुस जाता है। इससे जान, माल के खतरे के साथ ही फसलों को भी भारी नुकसान होता है। इस समस्या को सुलझाने के लिए सिंचाई विभाग भूकटाव रोकने की योजना बना रहा है। इसके तहत खेतों के पास बने नालों की मरम्मत के साथ ही, सफाई, आवश्यक स्थानों पर चौड़ीकरण और सीसी दीवार बनाई जाएगी।
सिंचाई विभाग के एएई यशपाल सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से कई सुरक्षात्मक कार्य किए जाएंगे। इसके तहत नगला तराई क्षेत्र में करीब 13,81,000 रुपये की लागत से बहादुर सिंह धामी के खेत पर भूकटाव रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य किया जाना है। घुरखेड़ा क्षेत्र में लोहिया नाले से पंकज सिंह के खेत में भूकटाव को रोकने के लिए 9,78,000 रुपये का आगणन बनाया गया है। इससे सीसी दीवार बनाई जाएगी। छिनकी गांव में 9,93,000 रुपये की लागत से भूकटाव रोकने का कार्य किया जाएगा।
सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत सुलझाने के लिए 10,70,000 रुपये की लागत से आवास विकास कॉलोनी स्थित खकरा नाले से राजेंद्र सक्सेना के घर तक भूकटाव रोकने का कार्य किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में नालों से हो रहे भूकटाव को रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य किए जाने हैं। इसके लिए आगणन बनाकर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को भेजा गया है। वित्तीय स्वीकृति मिलने पर कार्य की शुरुआत की जाएगी- आनंद सिंह नेगी, एई, सिंचाई विभाग खटीमा।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa