मुख्यमंत्री नके निर्देश पर चमोली हादसा-एसटीपी का रखरखाव करने वाली कंपनी पर मुकदमा दर्ज, जल संस्थान व यूपीसीएल के दो अधिकारी निलंबित।
बुधवार को चमोली में बड़ा हादसा हो गया था। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के एसटीपी में करंट फैलने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 11 लोग झुलस गए थे।
चमोली में नमामि गंगे परियोजना के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में करंट लगने से 16 लोगों के मौत की घटना के बाद जल संस्थान और यूपीसीएल के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। प्रारंभिक जांच में दोनों अधिकारियों की लापरवाही पाई गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई। वहीं, एसटीपी प्लांट का संचालन व रखरखाव का काम देख रही ज्वाइंट वेंचर कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
उत्तराखंड जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग ने एसटीपी प्लांट का संचालन करने वाली कंपनी के कार्याें की निगरानी कर रहे अपर सहायक अभियंता हरदेव लाल को निलंबित करने के आदेश जारी किए। उन्हें शाखा कार्यालय रुद्रप्रयाग में संबद्ध किया गया। वहीं, उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने महाप्रबंधक मानव संसाधन आरजे मलिक ने विद्युत वितरण खंड गोपेश्वर के प्रभारी अवर अभियंता कुंदन सिंह रावत को निलंबित कर अधिशाषी अभियंता कार्यालय में संबद्ध किया गया। उधर, मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व पुलिस ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में विद्युत उपकरणों के संचालन और रखरखाव में लापरवाही बरतने पर ज्वाइंट वेंचर कंपनी के सुपरवाइजर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।
घटना की गहनता से जांच की जाएगी। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह हृदय विदारक घटना है। जिन लोगों ने अपने परिजन खोए हैं सरकार उनके साथ है। दुख की इस घड़ी में सरकार पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद करेगी।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa