गुलदार झपटा तो आंगन में खेल रही पोतियों के लिए ढाल बन गई दादी, ऐसे बचाई दोनों की जान।
चंद्रमा देवी घर के आंगन में थीं, उनकी करीब चार वर्ष की दो पोतियां वैष्णवी और रियांशी (चचेरी बहन) पास में ही बैठी थीं। तभी गुलदार वहां आ गया। जैसे ही गुलदार बच्चियों पर झपटा, चंद्रमा दोनों को पीछे कर खुद गुलदार के सामने आ गईं।
उत्तराखंड के टिहरी में प्रतापनगर ब्लॉक में घर के आंगन में बैठीं दो बच्चियों पर एक गुलदार ने हमला कर दिया। जैसे ही गुलदार झपटा, बच्चियों की दादी खुद उसके सामने आ गईं। इससे पोतियां तो बच गईं लेकिन दादी गंभीर रूप से जख्मी हो गईं।
घटना भदूरा पट्टी के आबकी गांव की है। गांव के प्रधान शिवराज रमोला ने बताया कि बुधवार रात करीब नौ बजे चंद्रमा देवी (58) पत्नी अव्वल सिंह नेगी घर के आंगन में थीं, उनकी करीब चार वर्ष की दो पोतियां वैष्णवी और रियांशी (चचेरी बहन) पास में ही बैठी थीं।
तभी गुलदार वहां आ गया। जैसे ही गुलदार बच्चियों पर झपटा, चंद्रमा दोनों को पीछे कर खुद गुलदार के सामने आ गईं। गुलदार उन्हें घसीटते हुए ले जाने लगा। तभी घर के अन्य सदस्य आ आए और शोर मचाने लगे, जिससे गुलदार महिला को छोड़कर भाग गया।गुलदार के हमले में बुरी तरह से लहूलुहान हुईं चंद्रमा देवी को सीएचसी चौंड पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर जौलीग्रांट रेफर कर दिया गया। उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं, क्षेत्र में उनकी बहादुरी की खूब सराहना की जा रही है। कुछ देर बाद कुत्ते पर किया हमला गांव के प्रधान ने बताया कि गुलदार ने चंद्रमा देवी पर हमला करने के कुछ ही देर बाद एक कुत्ते पर हमला किया। इससे गांव में भय का माहौल बना हुआ है। उन्होंने प्रशासन से गुलदार के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग की है।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa