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देवीधुरा चम्पावत—पांच दिवसीय विश्व कल्याण महायज्ञ का माँ बाराही के धाम देवीधुरा में हुआ आगाज। डेढ किलोमीटर लंबी दिव्य शोभा यात्रा में एक हजार से अधिक महिलाएं ने किया प्रतिभाग।धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ शुभारंभ किया गया

 

पांच दिवसीय विश्व कल्याण महायज्ञ का माँ बाराही के धाम देवीधुरा में हुआ आगाज। डेढ किलोमीटर लंबी दिव्य शोभा यात्रा में एक हजार से अधिक महिलाएं ने किया प्रतिभाग।धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ शुभारंभ किया गया

देवीधुरा(चंपावत)-कुमाऊँ के हृदय मे बसे देवीधुरा में आज दूर दराज क्षेत्रों से आये हजारों  की संख्या में श्रद्धालु इस यज्ञ के साक्षी बने। वाराही धाम में मंगलवार को विशाल विश्व कल्याण महायज्ञ शुरू हो गया है ज्योतर्मठ के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती द्वारा यज्ञ का धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ शुभारंभ किया। इससे पूर्व आचार्यश्री की भव्य व दिव्य शोभा यात्रा निकाली गयी।

जिसमे एक हजार से अधिक महिलाएं मांगलिक परिधान एवं कलश के साथ शामिल हुई उनके पीछे चार खाम सात तोक से जुड़े हजारों लोग माँ व्रज वाराही एवं जगतगुरु का जयकारा करते चल रहे थे। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी इस यात्रा में दोनों ओर श्रद्धालुओ द्वारा पुष्प वर्षा की गयी। अपने पारम्परिक स्वागत से जगतगुरु बहुत  भावुक हो गए और उन्होंने अपना आशीर्वाद दिया

कार्यक्रम के मुख्य आयोजक एवं मुख्य यजमान हीराबल्लभ जोशी, संयोजक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट सहित तमाम लोग मौजूद रहे। शंकराचार्य जी ने श्रद्धालुओ को अपना आशीर्वाद देते हुए कहा कि उन्हें यहाँ आने पर माँ वाराही के दर्शन करने पर ऐसी अलौकिक अनुभूति हुई है।

जिससे मुझे पूर्ण विश्वास हो गया है कि महायज्ञ की ज्वाला की तपिश देश विदेश के लोगों को इस स्थान की ओर आकर्षित करेगी उन्होंने कहा कि बिना बज्र वाराही के बुलावे से यहां कोई नही आ सकता यहाँ आये हुए लोगों पर माँ की विशेष कृपा बनी रहेगी। उन्होंने मुख्य यजमान हीरा बल्लभ जोशी समेत अन्य सभी आयोजकों को अपना आशीर्वाद दिया। महाराष्ट से आये स्वामी जितेंद्र नाथ जी ने कहा उन्हें यहाँ आने पर यह महसूस हुआ है कि वाराही धाम के बिना विश्व का इतिहास अधूरा है।

डोल आश्रम के संचालक बाबा कल्याण दास जी ने कहा की आज वाराही धाम के विश्व स्तर के धाम बनने के द्वार खुल गए हैं। विद्वान संतों का स्वागत करते हुए हीरा बल्लभ जोशी ने कहा की शंकराचार्य जी के इस भूमि मे चरण पड़ने से पूरा क्षेत्र आलोकित हो गया है। इसी के साथ अब देवीधुरा के देश के प्रसिद्ध धामो मे शामिल होने के द्वार खुल गए हैं। दंडी महाराज ने भी अपना आशीर्वाद दिया।

संचालन दीपक बिष्ट व नरेंद्र नगदली व लक्ष्मण बिष्ट ने किया कार्यक्रम मे एस डी एम अनिल चन्याल के नेतृत्व मे सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गए थे।जगतगुरु शंकराचार्य ने श्री वाराही मंदिर देवीधुरा पुस्तक का किया लोकार्पण।देवीधुरा में आयोजित विश्व कल्याण महायज्ञ के प्रणेता माँ बज्र वाराही के उपाशक एवं भारत सरकार में वित्त नियंत्रक के पद पर कार्यरत हीरा बल्लभ जोशी द्वारा लिखित पुस्तक श्री वाराही देवी मन्दिर देवीधुरा का,शंकराचार्य जी ने लोकार्पण किया। 126 पृष्ठ की इस पुस्तक में श्री जोशी ने माँ वाराही के विभिन्न रूपों, देवीधुरा के धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतेहासिक महत्व पर रोशनी दी है। श्री जोशी ने देवीधुरा की माँ वाराही पर भी वेब साइट तैयार की गयी है शंकराचार्य ने प्रधान यजमान आईआरएएस (भारतीय रेलवे लेखा सर्विस) अधिकारी हीराबल्लभ जोशी की पुस्तक -मां की महिमा- का विमोचन किया। गणेश पूजन, पुरोहित पूजन, व्यास पूजन, हवन यज्ञ हुआ।

वहीं प्रधान पुरोहित प्रकाश पांडेय, विज्ञय पाण्डेय ने कथा का वाचन किया। मां वाराही मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, वाराही मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष रमेश राणा, महामंत्री रोशन सिंह लमगड़िया, नंदू पांडे, अमित लामगड़िया, किशन सिंह लमगड़िया, जीत सिंह चम्याल, ललित सिंह, दिवान सिंह लामगड़िया, गिरीश सिंह, लक्ष्मण सिंह बिष्ट, विक्रम सिंह कठायत के अलावा चारों खामों के मुखिया के अलावा डोल आश्रम से कल्याण दास महाराज, अमरावती से अंजनगांव सुर, महाराष्ट्र से जीतेंद्र नाथ, दंडी स्वामी शंकराचार्य सरस्वती महाराज, जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी राजेश्वरानंद गिरी, स्वामी विश्वेश्वरानंद ।प्रमुख समाजसेवी सतीश चंद्र पांडे शिक्षाविद् दिनेश जोशी, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री दिनेश कुंजवाल, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया, महा मंत्री रोशन सिंह लमगड़िया, चंदन बिष्ट, अमित लमगड़िया, एल डी जोशी, जगदीश सिंनग्वाल, किशन लमगड़िया, हिम्मत सिंनग्वाल, मोहन सिंनग्वाल, आदि प्रमुख लोग शामिल थे।

uttarakhandlive24
Author: uttarakhandlive24

Harrish H Mehraa

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