दिल्ली धमाके के बाद चमोली प्रशासन अलर्ट — बदरीनाथ धाम में बम निरोधक दस्ता और असम राइफल्स तैनात।

गोपेश्वर (चमोली): दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम धमाके के बाद उत्तराखंड के चमोली जिले में सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क मोड में आ गई हैं। प्रशासन ने बदरीनाथ धाम और आसपास के धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया है। मंगलवार को बम निरोधक दस्ता, असम राइफल्स, पुलिस और एसडीआरएफ की संयुक्त टीमों ने बदरीनाथ धाम परिसर में सघन चेकिंग और सुरक्षा ड्रिल आयोजित की।
टीमों ने मंदिर परिसर, श्रद्धालु प्रवेश द्वार, पार्किंग क्षेत्र, यात्री प्रतीक्षालय और मार्गों का गहन निरीक्षण किया। इसके अलावा ज्योतिर्मठ क्षेत्र और जिले के प्रवेश द्वारों — गैरसैंण, ग्वालदम, मंडल रोड और गौचर में भी चेकिंग अभियान चलाया गया।
चमोली के एसपी सुरजीत सिंह पंवार ने बताया कि जिले में सभी धार्मिक और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। उनका कहना है कि “चेकिंग अभियान का उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है, ताकि कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु जिले की सीमा में प्रवेश न कर सके।”
बदरीनाथ धाम में रात्रिकालीन शयन आरती के बाद भी यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से मंदिर परिसर में न रुके। बम निरोधक टीम (BDC) धाम में लगातार सुरक्षा जांच में जुटी हुई है।
वहीं, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि समिति के निर्देश पर मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक चमोली से बात कर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं।
धार्मिक नगरी बदरीनाथ में प्रशासन की मुस्तैदी और सेना की सक्रियता ने सुरक्षा के प्रति जनता में भरोसा बढ़ाया है।
चमोली पुलिस की चौकस निगरानी में अब बदरीनाथ धाम पूरी तरह चाक-चौबंद है।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa





