बड़ी खबर: नियमों की उड़ाई गई धज्जियां, प्रतिबंध के बावजूद बिना अनुमति हेलीकॉप्टर केदारनाथ पहुंचे मंदिर समिति (BKTC ) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, मचा हड़कंप, बड़े एक्शन की तैयारी में यूकाडा।

बड़ी खबर: नियमों की उड़ाई गई धज्जियां, प्रतिबंध के बावजूद बिना अनुमति हेलीकॉप्टर केदारनाथ पहुंचे मंदिर समिति (BKTC ) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, मचा हड़कंप, बड़े एक्शन की तैयारी में यूकाडा।

 

उत्तराखंड में हेरिटेज एविएशन के हेलीकॉप्टर ने यूकाडा की अनुमति रद्द होने के बावजूद केदारनाथ के लिए उड़ान भरी। यूकाडा ने इसे गंभीरता से लेते हुए कंपनी के हेलीकॉप्टर के संचालन पर रोक लगा दी है और जांच शुरू कर दी है। इस वर्ष राज्य में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान गई है फिर भी नियमों का उल्लंघन जारी है।

 

 

रुद्रप्रयाग से रिपोर्ट ( 14 जुलाई 2025 )  केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर सेवा पर लगे प्रतिबंध के बावजूद बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी द्वारा नियमों को ताक पर रखते हुए हेलीकॉप्टर से धाम पहुंचने का मामला गरमा गया है। यह घटना सावन के पहले सोमवार यानी 14 जुलाई को हुई, जब द्विवेदी कुछ उद्योगपतियों के साथ हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे।

गौरतलब है कि हाल ही में केदारनाथ क्षेत्र में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं के बाद सुरक्षा कारणों से हेलीसेवा पर अस्थाई प्रतिबंध लगा दिया गया था। बावजूद इसके, द्विवेदी और उनके साथ मौजूद उद्योगपति हेलीकॉप्टर से मंदिर पहुंचे, जिससे पूरे प्रशासनिक तंत्र पर सवाल उठने लगे हैं।

मामले के तूल पकड़ते ही उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) ने जांच के आदेश दे दिए हैं। हेरिटेज एविएशन कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि जिस हेलीकॉप्टर से यात्रा की गई वह खराब मौसम के चलते 24 घंटे तक केदारनाथ में ही रुका रहा।

हेमंत द्विवेदी ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर अपनी केदारनाथ यात्रा की जानकारी सार्वजनिक की थी। अब जब मामला तूल पकड़ चुका है, तो द्विवेदी खुद पर लगे आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता कंपनी की गलती बता रहे हैं।

फिलहाल UCADA मामले की जांच कर रही है और हेरिटेज एविएशन से सफाई मांगी गई है। यदि नियमों के उल्लंघन की पुष्टि होती है, तो यह राज्य की धार्मिक और सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक गंभीर उदाहरण बन सकता है।

जांच अधिकारी संजय टोलिया ने बताया इस मामले की जांच एक-दो दिन में पूरी हो जाएगी. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।जैसे ही मामला संज्ञान में आया सबसे पहले प्राइवेट कंपनी को फ्लाइंग SOP, UCADA और डीजीसीए के मानकों के आधार पर नोटिस भेजा गया।

जब यह फ्लाई अप्लाई की गई उस समय मैं दिल्ली में था। जैसे ही सूचना मिली मैंने इसे तत्काल रोक दिया।यह पूरी तरह से हेली कंपनी की चूक है. उसने अपने मनमर्जी से फ्लाई किया है। नए नियमों के तहत यदि कहीं पर भी मौसम खराब होता है तो वहां से हेलीकॉप्टर को यू टर्न लेना होगा।
– संजय टोलिया, जांच अधिकारी –

इस मामले पर बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी से भी जानकारी लेनी चाही कि किन परिस्थितियों में वह केदारनाथ हेलीकॉप्टर के माध्यम से गए? किस तरह से फ्लाइंग हुई? क्या कुछ पूरा मामला था?

मैंने हेलीकॉप्टर से बुकिंग की थी. इससे जुड़ा जो भी विवाद है उससे उनका कोई लेना देना नहीं है. हेमंत द्विवेदी ने कहा हेली के कागज, परमिशन से जुड़ी जानकारी के लिए वो जिम्मेदार नहीं हैं।
– हेमंत द्विवेदी, अध्यक्ष, बदरी केदार मंदिर समिति –

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