त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चंद्रशेखर ने खींच दी बड़ी लकीर, ग्राम पंचायत टांण में निर्विरोध चुने गए ग्राम प्रधान, गांव में खुशी की लहर।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चंद्रशेखर ने खींच दी बड़ी लकीर, ग्राम पंचायत टांण में निर्विरोध चुने गए ग्राम प्रधान, गांव में खुशी की लहर।

 

टांण गांव में  निर्विरोध चुने गये चंद्रशेखर प्रधान, एकत और जागरूकता को दर्शाता है सामूहिक फैसला

चंपावत (विकासखंड पाटी)। ग्राम पंचायत टांण ने पंचायत राजनीति में एक ऐतिहासिक मिसाल पेश की है। पंचायत चुनावों में जहां आमतौर पर गहमागहमी और प्रतिस्पर्धा होती है, वहीं इस बार टांण गांव ने सौहार्द और एकता की नई इबारत लिखी। यहां के निवासियों ने आपसी सहमति और सामाजिक सद्भाव का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए चंद्रशेखर गड़कोटी को सर्वसम्मति से पुनः ग्राम प्रधान के पद पर निर्विरोध चुन लिया।

गुरुवार शाम गांव के मंदिर प्रांगण में आयोजित सामूहिक बैठक में यह ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। इस मौके पर गांव के समस्त नागरिक—महिलाएं, पुरुष, युवा, बुज़ुर्ग—एकत्र हुए और चंद्रशेखर के नेतृत्व पर विश्वास जताते हुए उन्हें पुनः ग्राम प्रधान चुना।

यह ग्राम पंचायत टांण के इतिहास में पहला अवसर है जब कोई ग्राम प्रधान निर्विरोध निर्वाचित हुआ है। वर्षों से पंचायत की राजनीति में चर्चाओं में रहने वाले इस गांव ने इस बार राजनीतिक परिपक्वता और जागरूकता की नई मिसाल कायम की है।

बैठक में भूतपूर्व जिला पंचायत सदस्य नीलम गड़कोटी की अहम भूमिका रही, जिनकी पहल पर गांव में संवाद और सहमति की प्रक्रिया को बल मिला। साथ ही पूर्व प्रधान खीमानंद गड़कोटी ने भी अपनी सहमति देते हुए चंद्रशेखर के समर्थन में सभी को एकजुट किया।

निर्विरोध चुने जाने के पश्चात चंद्रशेखर गड़कोटी ने ग्रामवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि, “यह सम्मान मेरे लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है। मैं वादा करता हूं कि ग्राम सभा के सर्वांगीण विकास, युवाओं की भागीदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य करूंगा।”

चुनाव की औपचारिकता पूरी होने के बाद पूरे गांव में मिठाइयां बांटी गईं और एक उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला। चंद्रशेखर की जीत न केवल लोकतंत्र का उत्सव बनी, बल्कि सामाजिक एकता और आपसी समझ की प्रेरणादायक कहानी भी बन गई।

यह पहल अन्य ग्राम सभाओं के लिए भी एक उदाहरण हो सकती है कि यदि जनहित सर्वोपरि रखा जाए, तो राजनीति के बिना भी विकास की राह संभव है।

निर्विरोध चुने जाने के बाद ग्रामवासियों के विचार –

“देवतुल्य जानता जनार्दन को हार्दिक अभिनंदन जो आज आप सभी लोगों ने सर्वसम्मति से यह कदम उठाया है।
वास्तव में पूरे क्षेत्र में ग्राम टांड सभी के लिए आदर्श बनेगा। लोग बोलेंगे कैसे आपस में मिल जुल कर रहा जा सकता है टांण के गांव वालों से सीखिये । वास्तव जीत पहले ग्राम वासियों की है फिर प्रधान जी की है ।
पुनः ग्राम वासियों को एवं ग्रामप्रधान आदरणीय चन्द्र शेखर गडकोटी जी को अनन्त अनन्त शुभकामनाएं”
– दिनेश चंद्र गड़कोटी (प्रधानाचार्य)

“यह बहुत बड़ा कदम है जब हमारे एक युवा साथी ने अपना पूरा करियर एक तरफ रखकर तमाम अनिश्चितताओं को दरकिनार करते हुए अपना जीवन जन कल्याण के लिए लगा दिया है ..यह कोई आम बात नहीं हो सकती है तो मैं सर्वप्रथम भाई चंद्रशेखर गरकोटी जी के जज्बे को सलाम करता हूं।

मैं अपने गांव के सभी ग्रामवासियों को बधाई देता हूं सबने नई मिसाल कायम की है कि आपने एक योग्य युवा को पुनः मौका दिया है हमे पूर्ण भरोसा है को भाई चन्द्रशेखर गरकोटी जी जन आकांक्षाओं पर हमेशा की तरह खरे उतरेंगे ।”
– चंद्रशेखर जोशी

“यह बड़े ही हर्ष का विषय है साथ ही यह ऐतिहासिक भी है कि हमारी ग्रामसभा में प्रथम बार किसी को निर्विरोध चुना गया हो, सभी ग्रामवासियों की एकजुटता एवं वर्तमान प्रधान जी का जनकल्याण का भाव सराहनीय है जिससे सभी ने एकमत होकर इन्हें पुनः सेवा का यह निर्विरोध मौका दिया है । बहुत बहुत शुभकामनाएं”
– मनोज गड़कोटी (उत्तराखंड जनकल्याण संगठन)

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