हरिद्वार- नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां हरिद्वार गंगा में हुई विसर्जित, महज एक हफ्ते में दूल्हे से राख बन गया बेटा अस्थियां बहाते टूटा पिता के आंसुओं का बांध ,बिलख-बिलख कर रो पड़े पिता।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए (Navy Lieutenant Vinay Narwal)26 वर्षीय नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित की गईं। उनके पिता ने आंखों में आंसू लिए हरकी पौड़ी ब्रह्मकुंड घाट पर अस्थि विसर्जन किया। इस घटना से करनाल में शोक की लहर है। आतंकियों ने मगंलवार यानी 22 अप्रैल को गोली मारकर विनय की हत्या कर दी।
हरिद्वार ( उत्तराखंड ) हरिद्वार: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां आज गंगा में प्रवाहित की गईं।गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी थी। बुधवार को करनाल में उनका अंतिम संस्कार किया गया था।लेफ़्टिनेंट दिवंगत विनय नरवाल के परिजन उनकी अस्थियां लेकर हरिद्वार हरकी पैड़ी पहुंचे थे, जहां पूरे विधि-विधान के साथ लेफ्टिनेंट दिवंगत विनय नरवाल की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गईं।अस्थियां विसर्जित करने के दौरान उनके पिता बिलख-बिलख कर रोते रहे और अपने बेटे को याद करते रहे।
तीर्थ पुरोहित पंडित सूरज शर्मा ने बताया कि आज शुक्रवार को पहलगाम हमले में मारे गए करनाल निवासी नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां उनका परिवार हरिद्वार लेकर पहुंचा था। पूरे विधि-विधान के साथ विनय नरवाल की अस्थियां हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड से गंगा में विसर्जित की गईं। पिता राजेश नरवाल ने ही बेटे की अस्थियां गंगा में विसर्जित की।
अस्थियां विसर्जित करने के दौरान विनय नरवाल के पिता बिलख-बिलख कर रोते रहे और अपने बेटे को याद करते रहे। तीर्थ पुरोहित सूरज ने अस्थि विसर्जन का कार्य संपन्न कराया। इस दौरान हरिद्वार विधायक समेत अन्य भाजपा नेताओं और सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता ने कहा कि सरकार से हमारी यही अपील है कि जो हमारे बेटे के साथ हुआ ऐसी घटना भविष्य में किसी भी परिवार के साथ ना हो इसलिए लिए सख्त कदम उठाएं।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की छह अप्रैल को गुरुग्राम की हिमांशी से सगाई हुई थी। इसके बाद 16 अप्रैल को दोनों की धूमधाम से शादी हुई थी।विनय और हिमांशी 21 अप्रैल को आईजीआई एयरपोर्ट से कश्मीर घूमने के लिए रवाना हुए थे।विनय और उनकी पत्नी हिमांशी हनीमून के लिए वहां गए थे। उनकी शादी को केवल चार ही दिन हुए थे। वे हरियाणा के निवासी थे और सदर्न नेवल कमान कोच्चि में सेवारत थे।
शुक्रवार को हरिद्वार में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी विंग कमांडर डॉ. सरिता पंवार ने बलिदानी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। आंखों में आंसुओं के साथ पिता द्वारा हरकी पौड़ी ब्रह्मकुंड घाट पर अस्थि विसर्जन किया गया। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय हरिद्वार द्वारा शोकसंतप्त परिवार को सांत्वना दी गई और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।

Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa