उत्तराखंड के चमोली माणा में ग्लेशियर टूटने से भीषण तबाही में ‘ देवदूत ‘ बनी सेना, ‘ मौत’ के साये में 25 जिंदगियों को बचाने में जुटे जवान, 32 सुरक्षित निकाले तस्वीरों में देखें हौसला, सामने आया सेना के रेस्क्यू का पहला वीडियो,राज्य सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर।
चमोली माणा ग्लेशियर हादसा घटनास्थल पर खराब मौसम, नेटवर्क गायब, हेली सेवा बाधित, Helpline नंबर जारी।
Chamoli Avalanche में ‘देवदूत’ बनी सेना, तस्वीरों में देखें भारी बर्फबारी के बीच जान हथेली पर रख कैसे किया रेस्क्यू?
Chamoli Avalanche चमोली में ग्लेशियर टूटने से भारी हिमस्खलन हुआ है। सेना और आईटीबीपी के जवान जान हथेली पर रखकर रेस्क्यू कर रहे हैं। बीआरओ कैंप में करीब 57 मजदूरों मौजूद थे। जिनमें से 15 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। रेस्क्यू कार्य जारी है। तस्वीरों में देखें कैसे भारी बर्फबारी के बीच सेना ने मजदूरों को बचाया।
उत्तराखंड के माणा में ग्लेशियर टूटने से भीषण तबाही मच गई। यहां स्थित बीआरओ कैंप एवलांच की चपेट में आ गया। जिसमें 57 मजदूर दब गए।
चमोली: देशभर की निगाहें आज एक बार फिर से उत्तराखंड पर टिकी हैं. चमोली के माणा में ग्लेशियर टूटने से 57 मजदूर दब गए, जिनमें से अबतक 15 लोगों को निकाला गया है। सभी के सकुशल रेस्क्यू की कोशिशें जारी हैं. घटनास्थल पर नेटवर्क की दिक्कत होने के कारण कम्यूनिकेशन नहीं हो पा रहा है. जिसके कारण मौके की सही स्थिति साफ नहीं हो पाई है. इसी बीच चमोली माणा ग्लेशियर हादसे वाले स्थान से पहली तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में सेना के भारी बर्फबारी के बीच रेस्क्यू अभियान में जुटे हैं. तस्वीर में सेना के जवान अपने कंधों पर ग्लेशियर में दबे मजदूरों को उठाकर सकुशल रेस्क्यू कर रहे हैं. वहीं, सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा ‘गढ़वाल सेक्टर के माणा गांव के पास जीआरईएफ कैंप पर हिमस्खलन हुआ. कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है. भारी बर्फबारी और मामूली हिमस्खलन के बावजूद भारतीय सेना की आईबेक्स-IBEX ब्रिगेड ने तेजी से बचाव अभियान शुरू किया. अब तक 10 कर्मियों को बचाया जा चुका है. सेना द्वारा उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है. अतिरिक्त सैनिकों और उपकरणों को घटनास्थल पर भेजा जा रहा है।
हेल्पलाइन नंबर जारी: चमोली माणा ग्लेशियर हादसे के बाद शासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिये हैं. जानकारी के लिए मोबाइल नंबर – 8218867005, 9058441404, लैंडलाइन नंबर- (0135) 2664315 पर फोन कर सकते हैं. इसके साथ ही टोल फ्री नंबर- 1070 पर कॉल पर जानकारी हासिल की जा सकती है।
बता दें कि, चमोली माणा ग्लेशियर हादसे का खबर के बाद से पुलिस प्रशासन के साथ ही राज्य सरकार एक्टिव मोड में है. सीएम धामी खुद हालातों की जानकारी ले रहे हैं. वहीं, घटनास्थल पर रेस्क्यू अभियान जोरों पर है. आईजी निलेश आनंद भरणे ने रेस्क्यू अभियान को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया घटनास्थल के लिए तीन से चार एंबुलेंसों को रवाना किया गया है।
पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है. चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भी बर्फबारी हो रही है. जिसके कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कतें आ रही हैं. मौसम खराब होने के कारण हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. एंबुलेंस पहुंचने में भी दिक्कतें आ रही हैं. इसके बाद भी सेना के जवान पूरी जी जान से राहत बचाव कार्य में लगे हैं।
बताया गया कि ये सभी माणा से माणा पास तक 50 किमी क्षेत्र में हाइवे चौड़ीकरण डामरीकरण के कार्य में लगी कंपनी के मजदूर हैं। इस सड़क का कार्य ईपीसी कंपनी के माध्यम से बीआरओ करा रही है।
लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध
पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि माणा गांव के पास हिमस्खलन की घटना में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन के कुल 57 श्रमिक प्रभावित हुए। अब तक 15 श्रमिक सुरक्षित हैं, जबकि 42 लापता हैं।एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है।

Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa
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