अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का हुआ भंडाफोड़ :देहरादून में एप्पल-माइक्रोसाफ्ट का फर्जी कॉल सेंटर अमेरिका और कनाडा में लगा रहे थे चूना,एसटीएफ/साइबर क्राइम ने किया भंडाफोड़।

अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का हुआ भंडाफोड़ :देहरादून में एप्पल-माइक्रोसाफ्ट का फर्जी कॉल सेंटर अमेरिका और कनाडा में लगा रहे थे चूना,एसटीएफ/साइबर क्राईम ने किया भंडाफोड़।

 

Fake Call Center उत्तराखंड एसटीएफ ने राजधानी देहरादून में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर चलाकर ठग रहा था । एसटीएफ ने छापेमारी कर 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया है और बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं।

आरोपी खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल कंपनी का प्रतिनिधि बताते थे। कॉल सेंटर कई महीनों से संचालित किया जा रहा था। इनमें एक पंजाब और 12 उत्तराखंड के रहने वाले हैं।

एसटीएफ और जिला पुलिस ने पटेलनगर क्षेत्र में चल रहे फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यहां से 11 युवकों और दो युवतियों को गिरफ्तार किया गया। ये सभी कनाडा और अमेरिका के लोगों को उनके कंप्यूटर में गड़बड़ी बता और फिर उसे ठीक करने का झांसा देकर ठगी कर रहे थे।

आरोपी खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल कंपनी का प्रतिनिधि बताते थे। कॉल सेंटर कई महीनों से संचालित किया जा रहा था। इनमें एक पंजाब और 12 उत्तराखंड के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से लैपटॉप, वाईफाई राउटर आदि सामग्री बरामद हुई है। सभी के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि उन्हें गोपनीय सूचना मिली थी कि चमन विहार में एक कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा है। इस सूचना को पुख्ता करने के लिए बुधवार को एसटीएफ ने पटेलनगर पुलिस के साथ मिलकर आई क्रिएट सॉल्यूशन (आईसीएस) नाम की कंपनी के दफ्तर में छापा मारा।

यहां पर कई डेस्क पर कुल 13 लैपटॉप पर युवक बैठकर बात कर रहे थे। इन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। युवकों ने बताया कि वे इस कॉल सेंटर को कई महीनों से संचालित कर रहे हैं। यहां से सिर्फ कनाडा और अमेरिका के लोगों को लक्ष्य बनाया जाता है।

आरोपी एक्स लाइट डायलर नाम के एप से विदेशी लोगों से बात करते हैं। इसके बाद उनके कंप्यूटर और मोबाइल को एनी डेस्क, टीम व्यूअर जैसे रिमोट एप डाउनलोड कराए जाते। इससे वे उनके डिवाइस में एक पॉपअप मैसेज भेजते हैं। इससे उन्हें बताया जाता है कि वे अश्लील वेबसाइट देख रहे हैं। कुछ लोगों को उनके मोबाइल का गलत इस्तेमाल होने जैसी बातें कहकर डराया जाता है। इसके बाद उनसे कहा जाता है कि यह सब ठीक हो जाएगा। इसे ठीक करने के लिए 40 से 70 डॉलर तक लिया जाता है।

इस तरह अब तक इन सभी लोगों ने करोड़ों रुपये की ठगी विदेशी नागरिकों से की है। आरोपियों के फोन में विदेशी लोगों से बातचीत की जानकारी भी मिली है। एसएसपी ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ के बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

युवक हुए गिरफ्तार
काशीपुर के गौतमनगर का रहने वाला सौरभ वशिष्ठ, लालकुआं नैनीताल निवासी दीपक भट्ट, देहरादून के राजपुर दून डिवाइन सोसाइटी निवासी मुकेश मित्तल, संजय कॉलोनी पटेलनगर निवासी गुरुप्रीत सिंह पंवार, राजेंद्र नगर निवासी विशाल थापा, कारगी चौक निवासी शुभम सेमवाल, कांवली रोड निवासी सुनील गुरुंग, एमडीडीए कॉलोनी चंदर नगर निवासी अभिषेक वर्मा, आर्केडिया ग्रांट निवासी फोटोखो, पंजाब के होशियारपुर निवासी राजीव कुमार भट्टी और सहस्रधारा रोड निवासी मुदस्सिर को गिरफ्तार किया गया है।

ट्रैवल एजेंट है सरगना, दिल्ली में सीखा काम
इस पूरे गिरोह का सरगना सौरभ वशिष्ठ है। सौरभ पहले ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रैवल एजेंसी चलाता था। कुछ साल पहले वह दिल्ली गया और वहां पर कॉल सेंटर में काम किया। इससे उसने सारी बारीकियां इस काम की सीख लीं। इसके बाद उसने ऐसे युवक और युवतियों की तलाश शुरू कर दी, जिनके पास कॉल सेंटर में काम करने का अनुभव है। इस तरह उसने दो महीने के भीतर ही यह कॉल सेंटर बना दिया।

 अभियुक्तगणों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 47,318(4),319(2),336(3),340(2),61(2) बीएनएस, 66सी,66डी,75 आईटी एक्ट एवं 42 दूरसंचार अधिनियम में अभियोग पंजीकृत ।

 

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