चंपावत में दो महिलाओं की मौत, धर्मशाल भी हुई जमींदोज ,लगातार हो रही बारिश से पाल बिलौन क्षेत्र में क्वैराला नदी का जलस्तर बढ़ा, खतरे में अमोड़ी डिग्री कॉलेज,कई जगहों पर हाईवे भी बहा।

चंपावत में दो महिलाओं की मौत, धर्मशाल भी हुई जमींदोज ,लगातार हो रही बारिश से पाल बिलौन क्षेत्र में क्वैराला नदी का जलस्तर बढ़ा, खतरे में अमोड़ी डिग्री कॉलेज,कई जगहों पर हाईवे भी बहा।


उत्तराखंड के चंपावत जिले से बड़ी खबर सामने आई है। यहां नेपाल सीमा के पास मटियानी में बादल फटन की घटना सामने आई है।लोहाघाट में अतिवृष्टि के बाद आठ घरों में भरा मलबा, दो महिलाओं की मौत व किशोर लापता, 13 सितंबर को बारिश के कारण दो लोगों के मारने और धर्मशाल की ढहने की सूचना है।मूसलाधार बारिश से पाल बिलौन क्षेत्र में क्वैराला नदी के उफान से अमोड़ी डिग्री कॉलेज का भवन खतरे की जद में आ गया है।

उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। सीमांत गुमदेश क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो महिलाओं की मौत हो गई है और एक किशोर लापता है। भूस्खलन से आठ घरों में मलबा भर गया है। ग्रामीण दहशत में हैं। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है और राहत कार्य जारी है। हालांकि सड़क बंद होने से राहत-बचाव टीम को गांव में पहुंचने में देरी हुई।

अतिवृष्टि की वजह से सीमांत गुमदेश क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो महिलाओं की मौत हो गई। एक किशोर लापता है। सड़क खराब होने की वजह से बचाव दल व प्रशासन की टीम देर शाम गांव पहुंच सकी। भूस्खलन से आठ घरों में मलबा भर गया है। घटना के बाद ग्रामीण दहशत में आ गए हैं।

पहली घटना लोहाघाट से 14 किमी दूर ढोरजा गांव की है। 58 वर्षीय माधवी देवी पत्नी पीतांबर भट्ट सुबह के समय गोशाला में गई थी। तभी एकाएक गोशाला के ऊपर खेतों से बांज का पेड़ व मलबा टिनशेड पर गिर गया। महिला मलबे के नीचे दब गई। पेड़ गिरने की आवाज को सुनकर स्वजन भागते हुए गोशाला की ओर दौड़े।

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मटियानी में फटा बादल: दरअसल, उत्तराखंड के कई जिलों में पहले ही मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था, जो सही साबित हुआ। चंपावत जिले में गुरुवार से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। शुक्रवार को चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में नेपाल सीमा के पास मटियानी में बादल फटने से पानी का सैलाब आ गया। इस सैलाब की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई।वहीं दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए।

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60 साल की महिला की मौत: एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने बादल फटने की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि लोहाघाट ब्लॉक के मटियानी में बादल फट गया था। जिस उस इलाके में लैंडस्लाइड हुआ। पहले सूचना मिली थी कि लैंडस्लाइड की चपेट में पांच लोग आ गए है। लेकिन बाद में पता चला कि दो बच्चों पहले ही कही चल गए थे।वहीं दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। दोनों ही हल्की चोटें ही आई थी। एक महिला का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। लेकिन शाम महिला का शव भी मिल गया था।मृतक महिला की शिनाख्त 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में हुई है।

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गौशाला की दीवार गिरने से महिला की मौत: एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट के मुताबिक ढोरजा में भी गौशाला की दीवार ढह गई थी। दीवार के नीचे आने से माधवी देवी (55) पत्नी पीतांबर भट्ट की मौत हो गई। एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने फोन पर ये जानकारी दी है।


इसके अलावा आमोडी डिग्री कॉलेज भी पूरी तरह से कोइराला नदी की चपेट गया। इस इलाके में करीब 6 मकान भूस्खलन की वजह से जमींदोज हो गए हैं। भारी बारिश के चलते कई गांव में बिजली पानी की सप्लाई भी पूरी तरह से ठप्प है।

वहीं टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग पर कई जगह पर टूटा हुआ है। यहां पर करीब 30 मीटर रास्ता बह गया है। जिसके कारण यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं। जिनको निकालने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए हैं।

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चंपावत जिले में दो दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पाल बिलौन क्षेत्र में क्वैराला नदी के उफान से अमोड़ी डिग्री कॉलेज का भवन खतरे की जद में आ गया है। सुरक्षा के दृष्टि से कॉलेज परिसर को स्थानीय लोगों की मदद से खाली करवाया गया। ग्राम प्रधान लालमणि भट्ट ने बताया कि डिग्री कॉलेज परिसर के चारों ओर पानी भर गया है। क्वैराला नदी का जल स्तर बढ़ने से अमोड़ी में बना पैरामाउंट स्कूल पूरी तरह जलमग्न हो गया है। स्कूल प्रबंधक पान देव भट्ट ने बताया कि 130 से अधिक बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं।

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सामाजिक कार्यकर्ता दीपक बोहरा ने बताया कि अधिकांश उपजाऊ भूमि भी मलबे में तब्दील हो गई है। इधर, ग्राम सभा डिगड़ई के बिलौटा सौन में करीब 200 नाली जमीन बर्बाद हो गई है। प्रधान पूजा मेहता ने बताया कि पूर्व में भी क्षेत्र में बारिश से उपजाऊ भूमि मलबे में तब्दील हो गई थी। कलेक्ट्रेट को जाने वाली सड़क का थोड़ा हिस्सा नाले के उफान के कारण ढह गया है। लगातार बारिश के कारण स्थानीय नाला उफना गया है। यहां भूस्खलन का खतरा बना है।

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uttarakhandlive24
Author: uttarakhandlive24

Harrish H Mehraa

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