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खटीमा-अजब गजब???????? जिसकी लावारिस लाश को शिनाख्त करके परिजनों ने किया था अंतिम संस्कार,पांच दिन बाद उसने वीडियो कॉल कर बताया- में अभी जिंदा हूं–प्रकरण पूरे क्षेत्र में बना चर्चा का विषय।

खटीमा-???????? जिसकी लावारिस लाश को शिनाख्त करके परिजनों ने किया था अंतिम संस्कार,पांच दिन बाद उसने वीडियो कॉल कर बताया -में अभी जिंदा हूं –प्रकरण पूरे क्षेत्र में बना चर्चा का विषय।

खटीमा ( उधम सिंह नगर ) सीमान्त खटीमा के श्रीपुर बिछुवा में एक ऐसा घटना क्रम सामने आया है। जिसको सुनकर हर कोई हैरान रह गया।जिस नवीन भट्ट की लावारिस डेड बॉडी को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी से परिजन शिनाख्त करके घर लाया।पांच दिन बाद उसको किसी परिचित द्वारा घटनाक्रम की जानकारी देने पर वीडियो कॉल के द्वारा खुद के जिंदा होने की बात नवीन कहा गया।

बताते चलें कि श्रीपुर बिचुवा गांव में एक हतप्रभ करने वाला  प्रकरण सामने आया है, गांव के धर्मानंद भट्ट का 42 वर्ष पुत्र नवीन भट्ट  जो कि अपनी शराब पीने की लत के चलते परिवार और बच्चों से काफी समय से अलग रहता था। जिसका पता ठिकाना भी घर वालों को पता नहीं था। लेकिन 25 नवंबर को घर वालों के पास सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी से सूचना आती है कि एक डैड बॉडी मिली है जो नवीन से मिलती है।

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फ़ोटो जिसको नवीन भट्ट मानकर अंतिम संस्कार किया गया

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जब परिवार से पुलिस द्वारा संपर्क किया जाता है की एक अज्ञात शव हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में मौजूद है जिसकी प्राथमिक शिनाख्त नवीन भट्ट खटीमा श्रीपुर बिछुआ के रूप में हुई है।

वह लोग हल्द्वानी सुशीला तिवारी पहुंचकर कर शव की शिनाख्त कर ले। वही इस  सूचना मिलने पर  नवीन भट्ट के पिता धर्मानन्द भट्ट, कैप्टन गणेश चौसली, भगवान सिंह बोहरा, महावीर बुंगला , अनिल भट्ट सुशीला तिवारी अस्पताल पहुचे जहा मोर्चरी में रखी लाश को नवीन के रूप में शिनाख्त कर उसका पोस्टमार्टम कर घर श्रीपुर बिछुवा लाया गया।घर पर लाते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

जहां रात भर शव रखने के बाद 26 की सुबह हिंदू विधि विधान के साथ बनबसा के शारदा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया जाता है।जिसके उपरांत नवीन भट्ट का पुत्र दीपांशु अपने पिता के क्रिया हेतु बैठता है। वही नवीन भट्ट के परिजन स्थानीय ग्रामीण उच्च घटना के बाद लगातार उनके घर पर शोक जताने भी पहुंचते हैं।

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अब यहां से पूरे मामले में ट्विस्ट आता है। क्रिया में बैठे भाई जो कि रूद्रपुर में खाने का होटल चलाता है। उसके पास किसी परिचित युवक का फोन आता है। कि तुम कहां हो आजकल दुकान बंद क्यों है तो वह बताता है। कि भाई नवीन की क्रिया में बैठे हैं। तो वह युवक कहता है कि नवीन को तो उसने अभी दूसरी गली की तरफ जाते देखा है। भाई यह सब मजाक समझता है।तो युवक थोड़ी देर में नवीन के पास पहुंचकर वीडियो कॉल कर नवीन को दिखा देता है। इसके बाद परिवार सहित पूरे गांव में हड़कंप मच जाता है। परिजनों ने प्रबुद्ध लोगों से सलाह मशविरा कर पुलिस को इस मामले की सूचना दे दी है। और परिजन नवीन को लेने रूद्रपुर को रवाना हो चुके हैं फिलहाल यह प्रकरण पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।

अपडेट********************************

पिता धर्मानन्द भट्ट के साथ नवीन भट्ट

परिजनों द्वारा रुद्रपुर से नवीन भट्ट को अपने साथ घर श्रीपुर बिछुवा लाया गया है ।

नवीन भट्ट  इस घटना के बाद अपने घर श्रीपुर बिछुआ रुद्रपुर से जहां पहुंच गया है। उसके जिंदा पहुंचने पर उसके परिजनों का खुशी का ठिकाना नहीं है। लेकिन अब बड़ा सवाल यह है उठ रहा है की नवीन समझकर जिस लाश को नवीन के परिजनों  ने फूंक डाला वह आखिर था कौन। उक्त घटना के बाद पूरे इलाके में यह बात आग की तरह फैल गई है। कि आखिर नवीन के परिजन लावारिस लाश को देखकर धोखा क्यों खा गए। कोई व्यक्ति आखिर कैसे इतना मिल सकता है। कि किसी के परिजन भी धोखा खा जाए। वहीं अब पुलिस के लिए भी यह घटना जांच का विषय बन गई है कि आखिर जिस लाश की शिनाख्त पुलिस ने नवीन के रूप में कि वह तथ्य आखिर पुलिस को कहां से मिले।

समाचार संकलन श्रीपुर बिछुवा के सामाजिक कार्यकर्ता,पूर्व प्रधान रमेश सिंह महर की सूचना पर आधारित है।

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uttarakhandlive24
Author: uttarakhandlive24

Harrish H Mehraa

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