राजनीति: डेढ़ साल बाद देहरादून पहुंची उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश कांग्रेस की नई टीम जल्द होगी तैयारी, कांग्रेस के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक हर जिले में कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलेंगे, आगे की रणनीति पर चर्चा।
उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा लगभग डेढ़ साल बाद आज बुधवार को उत्तराखंड के दौरे पर पहुंची हैं। कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर संगठनात्मक गतिविधियों व कार्यक्रमों की रणनीति पर चर्चा करेंगी।
देहरादून। लगभग डेढ़ साल बाद उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा आज बुधवार को राजधानी दून पहुंच रही हैं। उनके इस दौरे को प्रदेश कांग्रेस संगठन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों के साथ बैठक कर संगठनात्मक गतिविधियों और आगामी कार्यक्रमों की रणनीति पर चर्चा करेंगी।
जनवरी की रैली के बाद एक साल बाद देहरादून आई कुमारी शैलजा:कुमारी शैलजा साल 2024 में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के की देहरादून के रेस कोर्स में हुई रैली के बाद आज देहरादून पहुंची। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस द्वारा जिला पर्यवेक्षकों की नियुक्ति को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उत्तराखंड कांग्रेस के सह प्रभारी परगट सिंह, सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत व तमाम विधायक शामिल हुए।
सितंबर में उत्तराखंड आएंगे केंद्रीय पर्यवेक्षक:कुमारी शैलजा ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के संगठन सृजन के कार्यक्रम को लेकर यह महत्वपूर्ण बैठक हुई है. उन्होंने बताया कि कुछ राज्यों में संगठन सृजन कार्यक्रम पूरे हो चुके हैं, जिनके अच्छे परिणाम आए हैं. सितंबर में कार्यक्रम से जुड़े पर्यवेक्षक उत्तराखंड दौरे पर आएंगे. हर जिले के लिए शीर्ष नेतृत्व ने एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की है, उनके साथ उत्तराखंड कांग्रेस के तीन-तीन पर्यवेक्षक हर जिले में जाएंगे. पर्यवेक्षक प्रत्येक जिलों में 10 दिन रहकर लोगों और विभिन्न संगठनों के साथ बातचीत करेंगे।
एआईसीसी को भेजी जाएगी रिपोर्ट:इस दौरान वह पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ प्रत्याशियों को लेकर चर्चा भी करेंगे और अपनी रिपोर्ट तैयार करके एआईसीसी को भेजेंगे। उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर चर्चा करके हर जिले में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी।
नए लोगों को संगठन से जोड़ा जाएगा:उन्होंने कहा कि यदि कोई संगठन के लिए मजबूती के साथ काम कर रहा है तो उन्हें कंटिन्यू भी किया जा सकता है। जबकि कुछ जिलों में बदलाव भी किया जा सकता है। कुमारी शैलजा का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के ने भी इच्छा जताई है कि नए लोगों को संगठन से जोड़ा जाए, ताकि संगठन में नई ऊर्जा का संचार हो सके।