उप चुनाव बागेश्वर :-चुनावी समर में कांग्रेस व भाजपा के पूर्व विधायकों का आने जाने दौर चालू। ढूंढ़ ढूंढ़कर नेताओं क़ो पार्टी मे शामिल करा रहें बीजेपी और कांग्रेसी,
बागेश्वर उपचुनाव के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे चुनाव रोचक होता जा रहा है। इस बीच भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे दलों से सेंधमारी कर रहें है।
बागेश्वर उपचुनाव को लेकर भाजपा, कांग्रेस में सीधी टक्कर है। भाजपा से दिवंगत विधायक चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास मैदान में है, जबकि कांग्रेस से बसंत कुमार किस्मत आजमा रहे हैं। इस बीच बागेश्वर में चुनावी माहौल गरमा गया है। 5 सितंबर को मतदान होना है। इसको लेकर सियासी दल चुनावी हथकंडे अपना रहे हैं।
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सबसे पहले भाजपा ने पिछली बार कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ चुके रणजीत दास को अपने पाले में लाकर कांग्रेस को झटका दिया और अब पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री सुरेश आर्य को भाजपा में वापसी कराई है।
पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री रहे सुरेश आर्य ने भाजपा का दामन थामा है। सुरेश आर्य दो बार विधायक और एक बार मंत्री रहे। सुरेश आर्य दलित चेहरे के बड़े नेता हैं।
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बागेश्वर सीट सुरक्षित सीट है। ऐसे में बागेश्वर उपचुनाव के समय दलित चेहरे को अपने पाले में लाकर भाजपा ने बड़ा सियासी दांव चलाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री सुरेश आर्य को भाजपा की सदस्यता दिलाई। सुरेश आर्य 1984 से 1989 तक पहली बार उत्तर प्रदेश की खटीमा विधानसभा से विधायक चुने गए। 1996 में दूसरी बार भाजपा के प्रत्याशी रहे और कांग्रेस के प्रत्याशी यशपाल आर्य को हराकर दोबारा विधायक चुने गए। सुरेश आर्य उत्तराखंड की प्रथम अंतरिम सरकार में मंत्री रहे। आर्य की धर्मपत्नी बीना आर्य नैनीताल जिला पंचायत की अध्यक्ष भी रही हैं।
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वही कांग्रेस भी पीछे नही रहना चाहती है। कांडा के पूर्व विधायक उमेद सिंह माजिला ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन फिर से थाम लिया है।
पूर्व विधायक माजिला कांग्रेस से विधायक रहे तथा कई साल तक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भी रहे। बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। लेकिन आज प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा सहित कांग्रेस के कई विधायकों के सामने उन्होंने घर वापसी की।
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पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी व करनी में फर्क है। 16 साल में बागेश्वर का कोई विकास नहीं हुआ। जिस कारण वह फिर से कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं। इससे पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने नगर में जोरदार रैली निकाली। कांग्रेस ने कहा कि जिस तरह से जनता का समर्थन मिल रहा है उससे कांग्रेस प्रत्याशी की जीत निश्चित है।
Author: uttarakhandlive24
Harrish H Mehraa